लखीमपुर खीरी के पसगवां ब्लॉक की सपा प्रत्याशी रितु सिंह की प्रस्तावक के साथ मारपीट की घटना सामने आयी है, जिसमें कुछ लोगों ने उनके कपड़े तक फाड़ दिए।
दिनांक 8 जुलाई 2021 को उत्तर प्रदेश के 75 ज़िलों के 825 ब्लॉक पर ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया चली। सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक चली इस प्रक्रिया में यूपी के कई ज़िलों से मारपीट और हिंसा के मामले भी सामने आए, जहां एक पार्टी के कार्यकर्ता दूसरी पार्टी के कार्यकर्ताओं से भिड़ गए और झड़प करने लगे। लेकिन इन सभी विवादों के बीच उम्मीदवारों ने अपने-अपने पर्चे दाखिल कर चुनाव के लिए अपना नाम दर्ज कराया।
विवादों से भरी इस नामांकन प्रक्रिया में सबसे बड़ी खबर आयी है लखीमपुर खीरी से जहां पसगवां ब्लॉक की सपा प्रत्याशी रितु सिंह की प्रस्तावक के साथ मारपीट की घटना सामने आयी है, जिसमें कुछ लोगों ने उनके कपड़े तक फाड़ दिए। रितु सिंह का आरोप है कि जब वो नामांकन पत्र दाखिल करने जा रही थीं तभी रास्ते में मौजूद बीजीपी विधायक लोकेंद्र के कार्यकर्ताओं ने उनकी प्रस्तावक अनीता यादव के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया और उसकी साड़ी फाड़ दी।
रितु सिंह ने इस घटना की विडियो तुरंत ही सोशल मीडिया पर डाल दी, जिसके बाद से यह घटना चर्चा का विषय बन चुकी है।
सोशल मीडिया पर निशाने पर आई बीजेपी-
विडियो वायरल होते ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए इस घटना के बारे में पोस्ट किया जिसके बाद से देशभर के लोग समाज की महिलाओं को नीचा दिखाने की कोशिशों पर सवाल उठा रहे हैं। विडियो में यह साफ़ देखा जा सकता है कि सपा प्रत्याशी रितु को नामांकन पत्र दाखिल करने से रोकने के लिए कैसे कुछ लोगों ने उनके हाँथ से पर्चा छीनकर फाड़ दिया और जब रितु को बचाने उनकी प्रस्तावक आगे आयीं तो उनकी साड़ी खींचने लगे।
वायरल विडियो यहाँ देखें:
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 8, 2021
एक व्यक्ति को किया है गिरफ्तार-
विडियो वायरल होते ही लखीमपुरी खीरी की पुलिस हरकत में आयी और इस मामले में बीजेपी सांसद रेखा वर्मा के रिश्तेदार यश वर्मा की गिरफ्तारी भी कर ली गयी है। लेकिन इस पूरे मामले में सोचने वाली बात तो यह है कि कैसे कुछ लोग सिर्फ गुंडागर्दी और बल के दम पर चुनाव जीतना चाहते हैं।
8 जुलाई को प्रदेश भर में हुए इस नामांकन पत्र कार्यक्रम में गोरखपुर, देवरिया, सीतापुर, फतेहपुर समेत कई जिलों में भाजपा और सपा समर्थक आमने-सामने देखने को मिले और कई जगहों पर दोनों पक्षों में मारपीट और फायरिंग के मामले सामने आए।
बांदा में हुए नामांकन के दौरान धांधली-
उधर बांदा ज़िले के महुआ ब्लॉक में कल हुए नामांकन के दौरान निर्वाचन अधिकारी द्वारा खुलेआम धांधली की गई है। समाजवादी पार्टी महिला प्रत्याशी स्वाति वर्मा का पर्चा खारिज किया गया था।
इस मामले पर बांदा जिलाधिकारी बांदा ने लोगों को आश्वासन दिलाया है कि इस मामले की जाँच की जाएगी और अगर कमी पायी गयी तो इलेक्शन निरस्त किया जाएगा। आश्वस्त किया कि इसकी जांच होगी और कमी पाई गई तो इलेक्शन निरस्त किया जाएगा।
यह मामला अलग-अलग छेत्रों में महिलाओं के साथ हो रही हिंसा की घटनाओं को भी दर्शाता है। घरेलू हिंसा के साथ-साथ यूपी में कभी महिला पत्रकारों के साथ बदसलूकी के मामले सुनने को मिलते हैं तो कभी महिला प्रत्याशियों के कपड़े फाड़ने, ज़बरदस्ती करने के मामले सामने आते हैं। इस मामले से यह साफ़ ज़ाहिर होता है कि कैसे समाज महिलाओं की इज़्ज़त उछाल कर उन्हें चुप कराना चाहता है और खुद सत्ता में आना चाहता है। लेकिन इस घटना से देशभर में लोग अब उस महिला को न्याय दिलाने की बात कर रहे हैं। अब आने वाले आगामी चुनावों में यह गुंडागर्दी ख़तम होती है या नहीं यह तो समय बताएगा।
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