खबर लहरिया Blog 200 करोड़ वैक्सीनेशन के साथ भारत सुरक्षित देशों की सूची में शामिल, बूस्टर डोज़ को लेकर अब भी सवाल

200 करोड़ वैक्सीनेशन के साथ भारत सुरक्षित देशों की सूची में शामिल, बूस्टर डोज़ को लेकर अब भी सवाल

भारत ने 546 दिनों में 200 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन डोज़ लगाने का आंकड़ा किया पार। चीन के बाद, भारत ऐसा दूसरा देश है जहां इतनी संख्या में कोरोना वैक्सीन की डोज़ लगाई गयी है।

                                साभार – स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ( ट्विटर हैंडल)

भारत में कोरोना वैक्सीन के 200 करोड़ डोज़ लगाए जा चुके हैं जिसके साथ ही भारत ने एक नया इतिहास भी लिखा है। नई दुनिया की प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने 546 दिनों में दो सौ करोड़ डोज़ का आंकड़ा पार किया है। यह जानकारी भारत के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने रविवार,17 जुलाई 2022 को दी। इस उपलब्धि के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने हेल्थकेयर वर्कर्स और लोगों को भी बधाई दी।

पिछले साल 16 जनवरी 2021 को कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान शुरू किया गया था। कोविन पोर्टल के मुताबिक, भारत ने रविवार को दोपहर करीब 12 बजे कोरोना टीकाकरण के 200 करोड़ डोज़ के लक्ष्य को पूरा किया।

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वैक्सीन के मामले में भारत दूसरे नंबर पर

आपको बता दें, चीन के बाद भारत ऐसा दूसरा देश है जहां इतनी संख्या में कोरोना वैक्सीन की डोज़ लगाई गयी है। इस उपलब्धि के साथ ही भारत कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सबसे सुरक्षित देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है।

546 दिनों में 200 करोड़ लोगों को लगी वैक्सीन

भारत ने सौ करोड़ के डोज़ का आंकड़ा 277 दिन में पूरा किया था। वहीं अगले सौ करोड़ डोज़ में इससे दो दिन ज़्यादा यानी 546 दिनों का समय लगा। पिछले साल 2021 में पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर 17 सितंबर को ढाई करोड़ कोरोना वैक्सीन डोज़ लगे थे। उससे पहले 27 अगस्त 2021 को पहली बार एक दिन में एक करोड़ डोज लगाए गए थे। आंकड़ों के मुताबिक बूस्टर डोज़ को लेकर लोगों में ज़्यादा उत्साह नहीं दिख रहा है।

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बूस्टर डोज़ लगवाने वालों की संख्या कम

साभार – आज तक

21 अक्टूबर 2021 को भारत में कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा सौ करोड़ पहुंचा था। वहीं 17 जुलाई 2022 को दो सौ करोड़ तक पहुंचा। वहीं नई दुनिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में अभी तक सिर्फ 5.62 करोड़ लोगों ने ही बूस्टर डोज़ लगवाई है जो की चिंता का विषय है। वहीं यह भी देखा गया कि कोरोना वायरस का खतरा घटने के बाद वैक्सीनेशन के रफ़्तार में भी कमी आई है।

पीएम मोदी ने दी बधाई

साभार: ट्विटर

200 करोड़ वैक्सीनेशन की उपलब्धि हासिल करने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ” भारत ने फिर इतिहास रचा। वैक्सीन की 200 करोड़ खुराक का विशेष आंकड़ा पार करने पर सभी भारतीयों को बधाई। उन लोगों पर गर्व है जिन्होंने भारत के टीकाकरण अभियान को अद्वितीय बनाने में योगदान दिया। जिसने कोरोना के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मज़बूत किया है। उन्होंने कहा, वैक्सीन के पूरे रोलआउट के दौरान, भारत के लोगों ने विज्ञान में उल्लेखनीय विश्वास दिखाया है। हमारे डॉक्टरों, नर्सों, फ्रंटलाइन वर्कर्स, वैज्ञानिकों, इनोवेटर्स और उद्यमियों ने एक सुरक्षित ग्रह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं उनकी भावना और दृढ़ संकल्प की सराहना करता हूँ।”

‘कोरोना टीकाकरण अमृत महोत्सव’ में लगाए गए बूस्टर डोज़

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दैनिक जागरण की प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार ने 15 जुलाई से 18 से 59 साल के लोगों को सरकारी केंद्रों पर मुफ्त बूस्टर डोज़ लगाने का विशेष अभियान शुरू किया है। अभियान के पहले दिन करीब 15 लाख डोज़ लगाई गई। इनमें से ज़्यादातर लोगों को 75 दिन के विशेष अभियान ‘कोरोना टीकाकरण अमृत महोत्सव’ के तहत डोज़ दी गई है।

मंत्रालय ने बताया कि 18 से 59 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को अब तक कुल 1.06 करोड़ बूस्टर डोज लगाई गई है। 60 वर्ष की आयु से अधिक के लोगों को टीके की 2.81 करोड़ डोज़ दी जा चुकी है। 12 से 14 वर्ष के 3.79 करोड़ बच्चों को पहली डोज़ दी जा चुकी है जबकि 15 से 18 आयु वर्ग के 6.08 करोड़ से अधिक किशोरों को पहली डोज़ लगाई जा चुकी है।

भारत द्वारा 200 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन का डोज़ लगाने का आंकड़ा छूना बेहद बड़ी बात है। किंतु वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है और लोग अब कोरोना के घटते मामलों को देखते हुए लापरवाही बरतते भी दिखाई दे रहें हैं। लोगों में बूस्टर डोज़ लगवाने को लेकर उतनी जागरूकता देखने को नहीं मिल रही। ऐसे में सरकार द्वारा चलाया जा रहा 75 दिनों का ‘कोरोना टीकाकरण अमृत महोत्सव’ कितना असरदार साबित होता है यह तो अभियान के आखिरी पड़ाव तक सामने आ ही जाएगा।

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