खबर लहरिया जवानी दीवानी नदिया के पार का रीमेक है हम आपके है कौन देखिए आओ थोड़ा फिल्मी हो जाएं में

नदिया के पार का रीमेक है हम आपके है कौन देखिए आओ थोड़ा फिल्मी हो जाएं में

नदिया के पार का रीमेक है हम आपके है कौन ? बॉलीवुड में वैसे तो हर साल ढरों फिल्में बनती हैं, लेकिन कुछ ही ऐसी होती हैं, जिसे दर्शक बार-बार देखना पसंद करते हैं और वो उनकी फेवरेट लिस्ट से सालों बाद भी नहीं हटती। ऐसी ही फिल्म है हम आपके है कौन । जी हाँ आज हम बात करने वाले है 5 अगस्त 1994 में रिलीज हुई फिल्म हम आपके है कौन तो चलिए अब फ़िल्मी हो जाते हैं | आपको बता दें कि हम आपके हैं कौन’ साल 1982 में आई फिल्म ‘नदिया के पार’ की रीमेक थी ।

इस फिल्म में सचिन, साधना सिंह, इंदर ठाकुर और मिताली ने लीड रोल प्ले किया था । फैमिली ड्रामा, इमोशन और ढेर सारे खूबसूरत गानों से सजी ये फिल्म सिनेप्रेमियों की आज भी फेवरेट फिल्मों में से एक है। इस फिल्म के सारे गाने हिट थे और सलमान-माधुरी की जोड़ी स्क्रीन पर गज़ब दिखी थी। फिल्म सूरज बड़जात्या ने डायरेक्ट की थी और प्रोड्यूसर थे उनके दादा जी ताराचंद बड़जात्या।

इस फिल्म में बहुत सी नई चीज़ें ट्राय की गई थीं. जैसे कुछ सीक्वेंस रेगुलर तरीके से शूट करने के बजाए गानों में पिरो दिया गए थे | ऐसा ही एक सीक्वेंस था ‘धिकताना-धिकताना’ गाने का |  जब सूरज ने ये फिल्म बनाकर अपने दादा जी को दिखाई, तो उन्हें ये गाना और सीक्वेंस इतना पसंद आया कि वो फिल्म का नाम ही ‘धिकताना’ रख देना चाहते थे. लेकिन सूरज के बहुत समझाने पर वो माने और फिल्म को ‘हम आपके हैं कौन…!’ नाम से रिलीज़ किया गया. इस फिल्म का एक किस्सा ये भी था कि फिल्म की शूटिंग के बीच में ही एक्टर अनुपम खेर को लकवा हो गया था |

उनके शरीर का बायां हिस्सा ठीक से काम नहीं कर रहा था. इसीलिए फिल्म के एक सीन में जब पूरी फैमिली एक गेम खेल रही थी, तब अनुपम खेर ने ‘शोले’ वाले सीन की नक़ल की थी. इस सीन में उनका किरदार मुंह टेढ़ा करके धर्मेंद्र वाला डायलॉग बोलते है. जबकि असलियत ये है कि अनुपम जी ने मुंह टेढ़ा किया नहीं था बल्कि लकवे की वजह से उनका मुंह टेढ़ा हो गया था |

इसीलिए उनसे वही सीन करवाया गया, ये फिल्म सिर्फ लोकल पब्लिक को ही नहीं बल्कि कई महान हस्तियों को भी पसंद आई थी. जिसका उदाहरण है की इस फिल्म को आर्टिस्ट एमएफ हुसैन ने 85 बार देखा था । इसी फिल्म के बाद हुसैन साहब माधुरी के फैन हो गए थे । एमएफ हुसैन ने माधुरी की कई पेंटिंग्स भी बनाई थीं। इतना ही नहीं भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री शंकर दयाल शर्मा और उनकी पत्नी श्रीमती विमला शर्मा भी इस फिल्म के कायल थे |

उनके लिए इस फिल्म की एक स्पेशल स्क्रीनिंग राष्ट्रपति भवन में भी रखवाई गई जहां उन्होंने फिल्म देखी और देखकर उसके मेकर्स को बधाई दी. ये बॉलीवुड की पहली ऐसी फिल्म थी जिसने बॉक्स ऑफिस पर वर्ल्डवाइड 100 करोड़ रुपये की कमाई की थी । इसको फिल्म फेयर का बेस्ट फिल्म अवॉर्ड मिला था । वहीं सूरज बड़जात्या को बेस्ट डायरेक्टर और माधुरी दीक्षित को बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला था । साथ ही फिल्म ने नेशनल अवॉर्ड भी जीता था ।