मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की चरवा पुरवा में कम से कम डेढ़ हजार आबादी है और वहां पर लोग कचरा सड़क पर फेंकने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि हमारे यहां पर हम लोगों को इतने साल हो गया है रहते रहते लेकिन हमारे यहां कचरे की कोई व्यवस्था नहीं की। ना ही गांव में डस्टबिन बांटे गए ना ही वहां पर कचरा गाड़ी आती है।
ग्रामीणों का कहना है कि हम लोग कचरा सड़क पर फेंकते हैं काफी दिक्कत होती है। गंदी मियां फैलती है बीमारियां फैलती है। बच्चे खेल नहीं पाते पर कहीं और जगह ही नहीं है तो हम लोग कचरा कहां से करें।
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वैसे तो मध्यप्रदेश में स्वच्छता अभियान चलाया जा चुका है लेकिन कई ग्रामीण ऐसे हैं जहां पर आज भी स्वच्छता नहीं है ग्रामीण कचरा फेंक फेंक कर गांव को गंदा करने पर मजबूर है।विवि प्रशासन ग्रामीण एरिया में ध्यान नहीं देता कि वहां पर किस तरह की गंदगी फैल रही है। गाँव वालों का आरोप है कि हम लोग सरपंच सेक्रेटरी से कहते हैं तो कोई सुनवाई नहीं होती है। वह लोग कहते हैं कि बन जाएगा और विभाग में अभी तक शिकायत निकिता क्योंकि उन लोगों को मालूम ही नहीं कि गांव में भी कचरा गाड़ी आने का प्रभाव है।
जब मैंने इस बारे में सरपंच गीता अहिरवार से बात की तो उनका कहना है कि गांव में हमारे द्वारा कचड़ी के लिए हौदी बनवाई जा रही है। जल्दी से जल्द बन जाएंगी जिससे ग्रामीण लोग उस में कचड़ा फेंके। कचड़े के लिए हौदी बनवाना शुरू कर दी है जल्द से जल्द बन जाएगी और लोग उस में कचड़ा सीखेंगे।
सैयद मजहर अली, जनपद पंचायत सीईओ ने बताया कि गांव में अभी तक है कचरा गाड़ी जाने का आदेश नहीं हुआ है लेकिन वह प्रयास कर रहे हैं कि गाँव में भी कूड़ा गाड़ी भेजी जाए। अभी वहां डस्टबिन दिलवा दिया जाएगा ताकि लोग कचरा डस्टबिन में फेंके।
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