खबर लहरिया Blog Cyclone Mocha: मौसम विभाग ने ‘मोका चक्रवात’ को लेकर ज़ारी किया अलर्ट, इन राज्यों पर पड़ेगा असर

Cyclone Mocha: मौसम विभाग ने ‘मोका चक्रवात’ को लेकर ज़ारी किया अलर्ट, इन राज्यों पर पड़ेगा असर

मौसम विभाग के अनुसार, मोका चक्रवात तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। इससे सबसे ज़्यादा असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में पड़ेगा, जहां पर पहले से इसे लेकर चेतावनी ज़ारी है। इस चक्रवात के मज़बूत होने की बात भी कही जा रही है।

                                                                                        चक्रवात की सांकेतिक तस्वीर ( फोटो साभार – गूगल)

भारत मौसम विभाग (IMD) ने ‘मोका चक्रवात’ (Cyclone Mocha) को लेकर चेतावनी ज़ारी की है। मौसम विभाग द्वारा सोमवार को दिए गए ताज़ा अपडेट के अनुसार, बंगाल के दक्षिणी पूर्व में एक कम दबाव क्षेत्र उतपन्न हो चुका है जिसका बुधवार तक चक्रवात में बदलने की संभावना है। इस चक्रवात को ‘मोका’ नाम दिया गया है।

मौसम विभाग ने आज ट्वीट करते (Cyclone Mocha latest update) हुए लिखा, “दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर कम दबाव का क्षेत्र आज, 9 मई 2023 को 05:30 IST पर एक ही क्षेत्र पर अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र बन गया है।”

आगे बताया गया, “उसी क्षेत्र में आज शाम तक दबाव के रूप में तीव्र होने और 10 मई को दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के आस-पास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती तूफान में बदल जाने की बहुत संभावना है। इसके साथ ही शुरू में उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर 12 मई की सुबह तक बढ़ने की संभावना है। इसके बाद, धीरे-धीरे वह पीछे की ओर एन-उत्तर-पूर्व से बांग्लादेश-म्यांमार तटों की ओर बढ़ेगा।”

 

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इन राज्यों पर पड़ सकता है मोका चक्रवात का असर

मौसम विभाग के अनुसार, मोका चक्रवात तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। इससे सबसे ज़्यादा असर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में पड़ेगा, जहां पर पहले से इसे लेकर चेतावनी ज़ारी है। इस चक्रवात के मज़बूत होने की बात भी कही जा रही है। इस वजह से इसका असर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश पर भी पड़ेगा। इस दौरान भारी बारिश होगी और तेज हवाएं चलेंगी।

मौसम विभाग ने स्थिति को देखते हुए, टूरिज्म या तट से जुड़े हुए किसी भी कार्य पर रोक लगा दी है।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, मौसम विभाग ने ओडिशा के 18 जिलों में अलर्ट ज़ारी कर दिया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बंगाल की खाड़ी में संभावित चक्रवाती तूफान आने की मौसम विभाग की संभावना के बाद उच्चस्तरीय मीटिंग की और तैयारियों का जायज़ा लिया। इस तूफान को लेकर पश्चिम बंगाल में भी अलर्ट जारी किया गया है। सभी चक्रवात संभावित जिलों को अलर्ट पर रखा गया है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और अन्य किसी भी संभावित आपात स्थिति के लिए तैयार हैं।

वहीं, चक्रवात मोका के कारण आंध्र प्रदेश में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग द्वारा राज्य के कुछ हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। दो-तीन दिनों में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका है। आईएमडी ने ये भी कहा है कि चक्रवात का असर पूर्वी भारत से लेकर बांग्लादेश और म्यांमार तक पड़ सकता है।

कैसे पड़ा ‘मोका’ चक्रवात का नाम?

जानकारी के अनुसार, तूफान को ‘मोका’ नाम मिडिल ईस्ट एशिया के एक देश यमन ने दिया है। ‘मोका’ यमन का एक शहर है, जिसे मोखा भी कहते हैं। ये शहर अपने कॉफी व्यापार के लिए जाना जाता है। इसी के नाम पर ‘मोका कॉफी’ का नाम भी पड़ा है।

कैसी चलेंगी हवाएं?

भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, 8 मई की रात से हवा की रफ्तार बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे और 10 मई से 80 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।

कौन देता है चक्रवातों के नाम?

संयुक्त राष्ट्र की इकोनॉमिक एंड सोशल कमीशन फॉर एशिया एंड पैसिफिक (ESCAP) पैनल के 13 सदस्य देश तूफानों का नाम देते हैं। इन देशो में भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, पाकिस्तान, मालदीव, ओमान, श्रीलंका, थाईलैंड, ईरान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन शामिल हैं। इस क्षेत्र में उत्पन्न चक्रावतों के नाम देने वाले ग्रुप शामिल देश अल्फाबेटिकली (जिनका अक्षर पहले आता है) नाम देते हैं। जैसे कि B से बांग्लादेश पहले आता है तो वह पहले नाम सुझाएगा, फिर भारत और फिर ईरान और फिर बाकी देश।

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