खबर लहरिया Blog अब उत्तर प्रदेश में शुरू हुआ एंटीजन टेस्ट, 30 मिनट में आएगी रिपोर्ट

अब उत्तर प्रदेश में शुरू हुआ एंटीजन टेस्ट, 30 मिनट में आएगी रिपोर्ट

दुनिया में कोरोना वायरस को लेकर जंग जारी है. एक तरफ दुनिया के कई देश आइसोलेशन  पर जोर देते हुए लॉकडाउन जैसे कठोर कदम उठा रहे हैं तो दूसरी तरफ दुनिया के वैज्ञानिक और शोधकर्ता इसके इलाज और रोकथाम की चुनौतियों से जूझ रहे हैं. लेकिन सबसे बड़ी समस्या है टेस्टिंग लेकिन अब उसका हल निकल आया है.  कोरिया की कंपनी ने एक टेस्ट किट लॉन्च किया गया है।

कोरोना की जांच के लिए अब घंटों इंतजार करने की जरूरत नहीं होगी। सिर्फ 30 मिनट में ही जांच हो जाएगी और रिपोर्ट भी मिल जाएगी। यही नहीं, इस जांच के लिए न ही लैब और न ही मशीन की जरूरत होगी।

मिडिया रिपोर्ट के अनुसार ये जांच दिल्ली जैसे शहरों में तो हो ही रहे थी लेकिन अब ये टेस्ट उत्तर प्रदेश में भी शुरू हो गया है. आपको बतादें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 24 जून को लोक भवन में एक उच्च स्तरीय बैठक की. जिसमे प्रदेश में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की थी, और 24 जून से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद यूपी में भी एंटीजन टेस्ट शुरू हो गया।

पहले एंटीजन टेस्ट लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर नगर और मेरठ मंडल के जिलों में शुरू किया गया है । सीएम योगी ने कहा है  कि टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 25 हजार टेस्ट हर दिन किए जाएं |

इसके साथ ही सीएम योगी ने हर थाने, हॉस्पिटल, राजस्व न्यायालय , विकास खंड और जेल में कोविड हेल्प डेस्क बनाने के भी निर्देश दिए हैं| एंटीजन टेस्ट लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज,कानपुर, गोरखपुर और मेरठ मंडल के जिलों में शुरू किया जाएगा. इसके अलावा पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थर्मामीटर और सैनिटाइजर रखने के निर्देश दिए गए हैं, मेडिकल उपकरणों के संचालन के बारे में कोविड-19 पर तैनात कर्मियों को प्रशिक्षित भी किया जाए। इन कर्मियों को मास्क तथा ग्लव्स उपलब्ध कराए जाएं।

सीएम योगी ने मेडिकल स्क्रीनिंग के कार्य के लिए 1 लाख ज्यादा टीमें गठित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि टीम हर व्यक्ति की हर हफ्ते नियमित तौर पर मेडिकल स्क्रीनिंग का काम करे|

निर्देश में कहा कि टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 25 हजार टेस्ट प्रतिदिन किया जाए. इसके साथ ही वैकल्पिक टेस्टिंग व्यवस्था के तहत एंटीजन टेस्ट को जरूरत के हिसाब से अपनाए जाने पर विचार किया जाए. अस्पतालों  के होल्डिंग एरिया में भीड़ जमा न होने दी जाए. पीएसी वाहिनी जैसे स्थान, जहां सामूहिक रूप से लोगों को रहना पड़ता है |

वहां दो गज की दूरी के नियम का पालन कराया जाए. साथ ही लोगों को ये बताना जरूरी है कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है.