खबर लहरिया Blog ज़हरीली शराब से बढ़े मौत के मामले, कई बड़े अधिकारी और पुलिस अफ़सर हुए निलंबित

ज़हरीली शराब से बढ़े मौत के मामले, कई बड़े अधिकारी और पुलिस अफ़सर हुए निलंबित

चित्रकूट जिले में अवैध और ज़हरीली शराब के सेवन से लगातार मौत के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जिसे देखते हुए आईजी द्वारा कई उच्च अधिकारीयों को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस द्वारा ठेकों पर ज़ोरो-शोरो से छापेमारी कर दोषियों को गिरफ़्तार किया जा रहा है।

राजापुर थाना क्षेत्र

चित्रकूट के राजापुर थाने के खोपा गाँव में 21 मार्च को ज़हरीली शराब  का सेवन करने के बाद चार लोगों की मौत का मामला सामने आया है। मौत की खबर मिलते ही डीएम और आईजी समेत सभी अधिकारी घटनास्थल पर पहुँच गए। जिसके बाद पुलिस ने शराब के ठेके पर छापा मारा। छापा मारने के दौरान पुलिस ने आरोपियों को भी अपनी गिरफ़्त में कर लिया है। मामले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़े दिशा-निर्देश भी ज़ारी किये हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा।

ज़हरीली शराब से बढ़े मौत के मामले

ज़हरीली शराब के सेवन से अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। राजापुर थाने के गाँव खोपा में ज़हरीली शराब से हुई मौतों के पांच मामले सामने आये थे। खोपा गाँव के ही पड़ोसी गाँव दिवारी और भदेदू गाँव में दो लोगों की और मरने की खबर सामने आयी है। दिवारी गाँव से 45 साल के जय नारायण और भदेदू गाँव के चुन्ना, दोनों की मौत ज़हरीली शराब पीने के बाद हुई। इसके साथ अन्य चार लोगों की हालत गंभीर बतायी जा रही है। पुलिस द्वारा शवों को पोस्टमॉर्टेम के लिए भेज दिया गया है। बढ़ते मामलों को देखते हुए डीएम व एसपी भारी पुलिस बल के साथ गाँव में निरक्षण कर रहें हैं।

राजापुर थाना क्षेत्र

इससे पहले राजापुर थाने के अंतर्गत आने वाले गांव में ज़हरीली शराब के सेवन के बाद बबली सिंह, छोटू सिंह , गांव के पूर्व प्रधान राम मनोहर निषाद आदि लोगों को उपचार के लिए प्रयागराज भेजा गया था। जिसमें से बबली सिंह की मौत हो गयी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम शुभ्रांत शुक्ला द्वारा मजिस्ट्रेटियल जांच करने के निर्देश दिए गए।

सात आरोपियों के खिलाफ हुआ मामला दर्ज़

ग्रामीणों की मौत के बाद राजापुर थाने के अध्यक्ष अनिल सिंह ने सात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दायर किया है। जिसमें से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं तीन दोषियों की पुलिस को अब भी तलाश है। जिसके लिए लगातार पुलिस टीम बनाकर छापेमारी कर रही है।

यह है मामले के आरोपी

राम प्रकाश, त्रिलोक सिंह, सेल्समैन- चंद्रभान, अशोक ,शिवसेवक, राममिलन निषाद और चुनबाद यादव। इनमें से पुलिस द्वारा मामले के मुख्य आरोपी राम प्रकाश,त्रिलोक सिंह, सेल्समैन- चंद्रभान और अशोक को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े हुए आरोपियों से पुलिस फरार दोषियों के बारे में पूछताछ करने में लगी हुई है। एसपी अंकित मित्तल का कहना है कि फरार अभियुक्तों को भी जल्द ही गिरफ़्तार किया जाएगा। सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 328, 272, 420,467,468,471 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज़ किया गया है।

मजिस्ट्रेटियल जांच से होगी कार्यवाही

चित्रकूट धाम परिक्षेत्र बाँदा के आईजी के. सत्यनारयणा ने बताया कि गांव के हल्का प्रभारी ब्रजेश पांडेय सहित दो आरक्षियों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं थाना प्रभारी पर भी कार्यवाही की जा रही है। पूरे मामले की मजिस्ट्रेटियल जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी होगा उसे छोड़ा नही जाएगा। इसके साथ ही पुलिस ने गांव में अवैध तरीके से शराब बेचने वाले त्रिलोक सिंह व ठेकेदार आरपी यादव को भी गिरफ्तार किया है। दोनों से पुलिस सख्ती से पूछताछ करने में जुटी हुई है।

आईजी ने किया, कई बड़े अधिकारीयों को निलंबित

चित्रकूट धाम परिक्षेत्र बाँदा के आईजी के. सत्यनारयणा ने ज़हरीली शराब से होती मौत के मामले में सख्ती दिखाई है। इसके साथ ही उनके द्वारा कई उच्च अधिकारीयों को निलंबित भी किया गया है। जिनके नाम हैं:-

– आबकारी अधिकारी चतुरसेन व अन्य तीन लोग
– अपर मुख्य सचिव आबकारी संजर् आर भूसरेड्डी
– एसडीम राहुल कश्यप ( राजापुर थाना )
– सीओ रामप्रकाश ( राजापुर थाना )
– हल्का प्रभारी बृजेश पांडेय समेत दो अन्य सिपाही
– बीट कांस्टेबल व लेखपाल
– आबकारी निरीक्षक अशरफ अली समेत दो सिपाही संदीप व सुशील

यह मामले अकसर चुनावी माहौल और होली के समय ही देखने को मिलते हैं। अप्रैल में पंचायती राज चुनाव होने को है। ऐसे में आमतौर पर कच्ची शराबें ज़ोरो-शोरो से बिकती हैं। हालाँकि, चित्रकूट पुलिस द्वारा पहले भी शराब के ठेकों पर छापेमारी की गयी थी। ठेकेदारों को मिलावटी और कच्ची शराब को ना बनाने के लिए निर्देश भी दिए गए थे। जिसे लेकर एसपी अंकित मित्तल द्वारा कार्यवाही भी की जा रही थी।

साथ ही एसडीएम और सीओ द्वारा शराब ठेकेदारों के साथ बैठक कर उन्हें कड़े निर्देश भी दिए गए थे। लेकिन इसका भी कोई असर नहीं हुआ। पुलिस द्वारा अब हर गाँव में कच्ची शराब बनाने वाले ठेकों पर छापेमारी की जा रही है। जिस तरह से जिले में ज़हरीली शराब से हुई मौतों के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में अवैध शराब बनाने वालों को पकड़ना बेहद ज़रूरी हो गया है।

इस खबर को खबर लहरिया के लिए नाज़नी रिज़वी द्वारा रिपोर्ट किया गया है।