खबर लहरिया National छत्तीसगढ़: एसी टेक्नीशियन नारायण जोशी का सफर

छत्तीसगढ़: एसी टेक्नीशियन नारायण जोशी का सफर

बढ़ती बेरोजगारी ने पढ़ाई का महत्व तो नहीं घटाया, लेकिन भरोसा ज़रूर कम कर दिया है। अब डिग्री के साथ-साथ स्किल्स भी ज़रूरी हो गए हैं — और उससे भी ज़्यादा ज़रूरी है कमाई का रास्ता खोजना। कोई यूट्यूब से कमाने लगा है, कोई डिजिटल मार्केटिंग सीख रहा है, तो कोई फ्रीलांसिंग से अपना करियर बना रहा है। शिक्षा अब सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता की ओर पहला कदम बन चुकी है। दुर्ग जिले के एक युवा लक्ष्मी नारायण जोशी कहते हैं की डिग्री से पेट नहीं भरता इसलिए उन्होंने आईटीआई करने के बाद एसी रिपेयरिंग का काम शुरू किया है। हमारी किताबों ने बताया कि डिग्री ही सफलता की कुंजी है लेकिन असल ज़िंदगी ने सिखाया स्किल्स हैं, तो रास्ते हैं। पढ़ाई के साथ अगर स्किल्स जोड़ दो तो युवा नौकरी ढूंढने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बन सकता है। लक्ष्मीनारायण जोशी की कहानी भी ऐसा ही कुछ कहती है।

ये भी देखें – 

Unemployment: देश में बेरोजगारी दर में वृद्धि, निर्यात में इजाफा आयात में उछाल 

 

 

यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’

If you want to support  our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our  premium product KL Hatke

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *