खबर लहरिया Blog चंद्रयान 2 की सफलता से भारत ने रचा इतिहास

चंद्रयान 2 की सफलता से भारत ने रचा इतिहास

भारत के लिए ये एक ऐतिहासिक पल है जब चंद्रयान मिशन-2  शुक्रवार-शनिवार की रात करीब दो बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा। इस सफल लैंडिंग के साथ भारत रूस, अमेरिका और चीन के बाद ऐसा चौथा देश हो जाएगा जो चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने में सफल होगा.
इसरो के मुताबिक, विक्रम लैंडर भारतीय समयानुसार शनिवार सुबह 1:30 से 2:30 बजे के बीच चंद्रमा की सतह पर उतरेगा. इसके करीब चार घंटे बाद प्रज्ञान रोवर सुबह 5:30 से 6:30 के बीच बाहर आएगा. इस योजना पर 978 करोड़ रुपये की लागत आई है.चंद्रयान 2 दो साल तक वहां से तस्वीरें भेजेगा चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के रहस्यों का पता लगाने के लिये लॉन्च होने वाला यह पहला मिशन है.

इसरो ने बताया कि चंद्रयान को निचली कक्षा में ले जाने का कार्य मंगलवार सुबह भारतीय समयानुसार 8 बजकर 50 मिनट पर सफलतापूर्वक और पूर्व निर्धारित योजना के तहत किया गया.  एजेंसी ने बताया कि विक्रम लैंडर की कक्षा 104 किलोमीटर गुना 128 किलोमीटर है. चंद्रयान-2 ऑर्बिटर चंद्रमा की मौजूदा कक्षा में लगातार चक्कर काट रहा है और ऑर्बिटर एवं लैंडर पूरी तरह से ठीक हैं. एक बार फिर चार सितंबर को भारतीय समयानुसार तड़के तीन बजकर 30 मिनट से लेकर चार बजकर 30 मिनट के बीच इसकी कक्षा में कमी की जाएगी.

चंद्रमा पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ के संबंध में इसरो के पूर्व अध्यक्ष और एक दशक पहले ‘चंद्रयान-1’ मिशन का नेतृत्व कर चुके जी माधवन नायर ने कहा कि ये कुछ ऐसा है जैसे साइंस फिक्शन में उड़न तश्तरी आती है और ऊपर चक्कर लगाने लगती है, इसके बाद धीरे-धीरे नीचे उतरती है.
इस अद्भुत नजारे को आप घर पर बैठे लाइव देख सकते हैं. इसरो की आधिकारिक वेबसाइट पर चंद्रयान-2 लैंडिंग  लाइव दिखाई जायेगी। वैसे इसकी सफलता के लिए लोग प्राथर्ना  तक कर रहे हैं.