खबर लहरिया क्राइम बुलंदशहर में गोकशी मामले पर उमड़ी भीड़, एक पुलिस अधिकारी की मौत

बुलंदशहर में गोकशी मामले पर उमड़ी भीड़, एक पुलिस अधिकारी की मौत

साभार : उमर खालिद/ट्विटर

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के एक गांव में गोकशी की ख़बर पर भीड़ की हिंसा के मामले में 27 लोगों को नामज़द किया गया है। इन पर 17 धाराओं में मुक़दमा दर्ज किया गया है। योगेश राज मुख्य आरोपी है जो कि गोकशी मामले में शिक़ायतकर्ता भी है। हालांकि, अभी भी उसे फरार बताया जा रहा है। 50-60 अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ भी मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में 4 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है । दरअसल, इस हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मृत्यु हो गई है।

इस उत्तेजित भीड़ की हिंसा के बीच एक स्थानीय व्यक्ति की भी मौत हो गई थी। इसी भीड़ में मौजूद लोगों ने एक पुलिस चौकी को जलाकर, दर्जनों गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया है।

सुबोध कुमार सिंह की इस दयनीय हालत का दृश्य एक सेलफोन में भी रिकॉर्ड किया गया है।

पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि की गई है कि सुबोध कुमार सिंह की मृत्यु गोली लगने के कारण ही हुई है। हिंसक भीड़ मृतक इंस्पेक्टर का सरकारी पिस्टल और मोबाइल भी लूट कर ले गई है।

बीएसपी नेता मायावती ने बुलंदशहर की इस हिंसा व्याख्या का दोष भाजपा सरकार पर लगाया है । मायावती ने एक बयान में कहा, “बीजेपी सभी प्रकार के अराजकता को मंजूरी देने के लिए जिम्मेदार है।”

वीडियो के ज़रिये पुरुषों की पहचान के प्रयास जारी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना के दो दिनों के भीतर प्रारंभिक रिपोर्ट मांगी है। उनकी पत्नी के लिए 40 लाख रूपए के मुआवज़े की बात की गई है। साथ ही में उनके माता-पिता के लिए 10 लाख का मुआवज़ा और एक परिवार के सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की बात भी की गई है।