खबर लहरिया औरतें काम पर भारतीय सेना में पुरुष वर्चस्व को तोड़ती माधुरी कानिटकर

भारतीय सेना में पुरुष वर्चस्व को तोड़ती माधुरी कानिटकर

साभार:ट्विटर

माधुरी कानिटकर देश के सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज की पहली महिला डीन हैं।

माधुरी के अनुसार उन्होंने कभी भी भारतीय सेना से जुड़ने की नहीं सोची थी। लेकिन आज वह उन सब लड़कियों के लिए मिसाल हैं, जो सेना से जुड़ना चाहती हैं।

उन्होंने सेना से जुड़ने के लिए एएफएमसी परीक्षा की तैयारी क। तो उन्होंने किसी को भी ये बात नहीं बताई थी।

उनके इस परीक्षा में चयन की जानकारी भी उनके पिता को पत्र द्वारा मिली।

उनके पिता ने एएफएमसी की पढ़ाई करने से पहले उन सामने बहुत सारी शर्तें रखी।

माधुरी ने ये सब शर्तें मानते हुए अपनी पढ़ाई और ये मुकाम पाया।

1982 में माधुरी जब आर्मी में नियुक्ति हुई, तो उनके साथ 20 महिलाओं का चयन हुआ था। लेकिन अब उनमें से केवल 7 महिलाएं ही देश की सेवा कर रही है। जिनमें से एक माधुरी भी हैं।

आपको बता दें कि माधुरी भारतीय सेना की पहली प्रशिक्षित बाल चिकित्सा न्यूरोलॉजिस्ट हैं।