भारत मौसम विज्ञान विभाग ने पूरे कर्नाटक में 9 सितंबर तक भारी बारिश होने की संभावना के साथ राज्य में येलो अलर्ट ज़ारी किया है।
बेंगलुरु इस समय भारी बारिश की वजह से बाढ़ में पूरी तरह से डूब चुका है। मंगलवार पूरी रात बारिश होने के बाद शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तकरीबन दो दिनों से शहर के 70 फीसदी हिस्से में पानी की सुविधा प्रभावित हो रखी है।
एहतियात बरतते हुए इलाके के सभी सरकारी व निजी प्राइमरी और हाई स्कूलों को बंद कर दिया गया है। भारत के सिलिकॉन सिटी कहे जाने वाले शहर की सड़कें पानी में पूरी तरह से डूब चुकी है।
#WATCH | Heavy rain continues to lash Bengaluru, amid a 'Yellow' alert issued for today
IMD forecast shows no respite from rains for the next 2-3 days pic.twitter.com/Cv1rWvoBD7
— ANI (@ANI) September 6, 2022
कर्नाटका के सीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों दौरा
कर्नाटका के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने देर रात बेंगलुरु के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों जैसे महादेवपुर और बोम्मनहल्ली क्षेत्रों का दौरा किया।
ये भी देखें – वाराणसी : बाढ़ पीड़ितों को बांटी गयी राहत सामग्री
कर्नाटका में येलो अलर्ट ज़ारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बेंगलुरू के ईस्ट डिवीज़न में आज 7 सितंबर को भारी बारिश होने की संभावना जताई है। इसके साथ ही भारत मौसम विज्ञान विभाग ने पूरे कर्नाटक में 9 सितंबर तक भारी बारिश होने की संभावना के साथ राज्य में येलो अलर्ट ज़ारी कर दिया है।
इंडिया टुडे की आज की प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, लगातार हो रही बारिश से लोगों के घरों में पानी भर गया है। बिजली लाइनें टूट गयी है और यातायत भी जाम हो रखा है। जलभराव से जो क्षेत्र सबसे ज़्यादा प्रभावित हैं। उनमें रेनबो ड्राइव लेआउट, सनी ब्रूक्स लेआउट, बेलंदूर, इको बोर्ड और सरजापुर रोड शामिल है।
Bengaluru Flood Fury. Watch this ground report by India Today's @nagarjund.#ITVertical #Bengaluru #BengaluruFlood pic.twitter.com/DZAvB1Cq5z
— IndiaToday (@IndiaToday) September 6, 2022
ओडिशा के कई हिस्सों में भी येलो अलर्ट ज़ारी
6 सितंबर को ओडिशा में भी मध्यम बारिश देखी गयी है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने आज बुधवार 7 सितंबर को गंजम, गजपति, कंधमाल, कोरापुट और रायगढ़ के हिस्सों में येलो अलर्ट ज़ारी कर भारी बारिश होने का अंदेशा बताया है।
ये भी देखें – Pakistan flood : पाकिस्तान का एक-तिहाई हिस्सा डूबा बाढ़ में, अर्थव्यवस्था को हुआ अरबों का नुकसान
पानी की सुविधा की गयी बहाल
ताज़ा जानकारी के अनुसार, बैंगलोर जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (बीडब्ल्यूएसएसबी) ने आश्वासन दिया है कि थोरेकदानहल्ली ( Thorekadanahalli / T.K. Halli) में पंप हाउसों में बाढ़ के बाद प्रभावित पेयजल आपूर्ति अब फिर से बहाल कर दी गयी है।
Dear Bangaloreans, Thank you all for your great support during this crisis time. I am also thankful to all my colleagues, who are all involved in this entire operation. From today morning 6:30 AM all the pumps are operating in T K Halli to the full capacity.
— BWSSB (@chairmanbwssb) September 7, 2022
फ़ूड कंपनियां नहीं ले रहीं आर्डर – स्थायी नागरिक
लोगों ने यह भी शिकायत की कि food एप्प द्वारा खाने या घर का सामान मंगवाने में उन्हें काफी परेशानी हो रही है। या तो कई जगहों से फ़ूड कंपनी द्वारा आर्डर नहीं लिया जा रहा तो कई बार आर्डर आने में घंटो की देरी हो रही है।
वहीं लोगों से डिलीवरी में हो रही देरी की समस्या को समझने को कहा जा रहा है। भारी बारिश की वजह से रास्ता जाम है और ऐसे में किसी के लिए भी समय से डिलीवरी पहुंचा पाना मुश्किल है।
Watch | Aerial view of the heavy rains & floods near Sarjapura-Bellandur-Marathahalli area on Outer Ring Road in #Bengaluru.#BengaluruRain #bengalururains pic.twitter.com/EMadflnM7S
— Mirror Now (@MirrorNow) September 7, 2022
आईटी व बीटी मंत्री करेंगे बारिश से हो रही समस्या पर चर्चा
सिलिकॉन सिटी बेंगलुरु में लगातार बारिश ज़ारी रहने के बीच आईटी और बीटी मंत्री (बायोटेक्नोलॉजी) सीएन अश्वथ नारायण ने आज बुधवार शाम 5 बजे कई सॉफ्टवेयर कंपनियों के प्रमुखों के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में बारिश की वजह से शहर में पैदा हुई समस्याओं पर चर्चा की जायेगी।
राज्य सरकार के मुख्य सचिव, ब्रुहट बेंगलुरु महानगर पालिक (बीबीएमपी) के मुख्य आयुक्त, बेंगलुरु जल प्राधिकरण के अधिकारी, शहरी विकास विभाग के अधिकारी और शहर के पुलिस आयुक्त इस बैठक में भाग लेंगे जो विधानसौदा के सम्मेलन हॉल में होगी।
9 सितंबर तक अभी भी भारी बारिश होने की बात कही गयी है। खाना, बिजली व पानी, लोगों को हर छोटी से बड़ी चीज़ों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों द्वारा भारी बारिश से हो रही समस्या को लेकर प्रशासन पर व्यवस्था को लेकर सवाल उठाये जा रहें हैं।
ये भी पढ़ें – Varanasi Flood : खतरे के 74 सेंटीमीटर के निशान से ऊपर बह रही गंगा नदी, बाढ़ पीड़ित इलाकों तक प्रशासन की पहुंच संकुचित