खबर लहरिया खेती महोबा: साहब भूखों मर जायेंगे, चकबंदी में मिली उपजाऊ जमीन की जगह बंजर जमीन

महोबा: साहब भूखों मर जायेंगे, चकबंदी में मिली उपजाऊ जमीन की जगह बंजर जमीन

जिला महोबा के ब्लाक बनवाड़ी में ग्राम पंचायत लोलरा मजरा मरगपुरा है। यहाँ की तहसील कुलपहाड़ थाना महोबकंठ के कई किसान लगभग 1 साल से कम से कम 50 बार कलेक्ट्रेट के चक्कर लगा चुके हैं पर उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इन किसानों का कहना है कि 1 साल से उनके गांव में चकबंदी चल रही है जिसके चलते चकबंदी विभाग ने लोगों को मूल चेक न देकर फ़र्ज़ी चेक दे दिए हैं। और उनकी ज़मीनें हड़प कर उन्हें जंगल और पहाड़ों की तरफ ज़मीन देदी है।

इस गाँव के निवासी खेमचंद और राहुल ने बताया कि चकबंदी विभाग के अधिकारियों ने भ्रष्टाचार फैला रखा है। वह इन किसानों से लाखों रूपये मांग रहे हैं और मूल चेक देने से इंकार कर रहे हैं। इसी कारण ये किसान कलेक्ट्रेट के चक्कर लगा रहे हैं। वो इस उम्मीद से आते हैं कि अधिकारी उनकी सुनवाई करेंगे और उन्हें उनकी हक़ की ज़मीन और पैसे मिलेंगे लेकिन हर बार उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है।

जिला मजिस्ट्रेट का कहना है कि जो किसान चकबंदी की प्रक्रिया से असंतुष्ट हैं, वो उनके साथ बैठक करके उन्हें समझाने की कोशिश करेंगे और उनकी सारी परेशानियों की जल्द ही सुनवाई होगी।