महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं ने आस्था के रूप में गंगा में लाखों सिक्के चढ़ाए। अब जब मेला खत्म हुआ, तो कई लोग इन सिक्कों को तलाशने में जुट गए हैं। कुछ के लिए ये रोज़ी-रोटी का जरिया बन रहा है, तो कुछ इसे किस्मत चमकाने का मौका मान रहे हैं। गंगा की लहरों में बहता ये आस्था का खजाना, अब चर्चा का विषय बन चुका है।
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