खबर लहरिया बाँदा सुलखान सिंह- आइए जानते हैं बाँदा से उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक तक का सफ़र

सुलखान सिंह- आइए जानते हैं बाँदा से उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक तक का सफ़र

जिला बांदा, तिन्दवारी, गांव जौहरपुर पचासाडेरा बुन्देलखण्ड सूखा अउर बेरोजगारी के कारन हमेशा चर्चा मा रहत हवैं।22 अप्रैल का सुलखान सिंह का उत्तर प्रदेश का पुलिस महानिदेर्श का पद दीन गा है। यहिसे पूर जिला मा ख़ुशी के लहर दौउड गे है। सुलखान सिंह 1980 के आई.पी.सी.बैंच मा शामिल रहै। छोट गांव से लइके राज्य तक के सफर के बारे मा वहिके परिवार अउर गांव वाले खुश होइ के बतावत हैं।
सुलखान सिंह के बाप लाखन सिंह का कहब है कि सुलखान बरसात के कीचड़ मा भी 2 किलोमीटर दूरी पढ़ाई करै आपन स्कूल जात रहै। गोहाटी मैं जबै वा रेलवे इंजीनियरिंग रहा है हम तबै भी बहुतै खुश रहै है।फेर आई.पी.एस.का फारम भरिस है तौ वहिमा वहिकर नाम आ गा हैं।महतारी अरुणा बताइस कि जबै वा पढ़े जात रहै तबै सगले कच्ची रास्ता बनीं रहै पै वा तिन्दवारीतक पैदल जात रहै। सहारनपुर, अलीगढ़, बनारस अउर हरिद्वार सगले आपन लड़का के साथे गई हौं अउर दुइ-दुइ महीना रहिहौं। चचेरा भाई राम गोपाल बताइस कि हमार भाई सुलखान सहपाठी मान सिंह का कहब है कि सुलखन बच्चपन से सज्जन रहा है अउउर पढ़े मा भी तेज रहा। गलत काम न करे का चाही।यहिसे हमार मंजिल खुदै मिल जात है
पड़ोसी जगराम अउर हम राज सिंह बताइस कि सुलखान सिंह का येत्ता बड़ा पद मिले से हमार गांव समेत पूर जिला के मड़ई खुश है वा पढ़ाई मा बहुतै होशियार रहा है यहै कारन आगे बढ़ा है। अउर बढ़त चला गा है।हमें ख़ुशी है कि हमार गांव मा कउनौ मड़ई तौ हुवां तक पहुंचा है।

रिपोर्टर- मीरा देवी और गीता देवी

01/05/2017 को प्रकाशित