खबर लहरिया बाँदा राशन कार्ड बिना रुके हैं कइयौ काम

राशन कार्ड बिना रुके हैं कइयौ काम

nahi milar rasan banda pez4 copyजिला बांदा, ब्लाॅक महुआ, पनगरा। या गांव कि लगभग 10 औरतैं 7 जून का नरैनी तहसील मा कमिश्नर विकटेश्वर लू का दीन गे दरखास मा कहिन उंई तीन बार राशन कार्ड फारम आनलाइन करावैं के बाद भी हमार राशन कार्ड नहीं बने आय। या मारे हम लोग परेशान हन।
नूरजंहा, फिरोजा अउर जुलेखा का कहब है कि हम लोग भूमिहीन गरीब मजदूर आहिन। अगर राशन कार्ड होत तौ गल्ला तेल का आसरा होई जात। दूसर बात राशन कार्ड न होय से घर के अउर भी कइयौ काम रुक जात है। जइसे कि बच्चन के स्कूल मा नाम लिखावै बैंक खाता, बिजली कनेक्शन के काम मा बाधा आवत है। अस्पताल मा बच्चा पैदा होय के समय राशन कार्ड मांगा जात है। यहिसे घर मा राशन कार्ड होब बहुतै जरूरी है। हम लोन तीन बार आॅनलाइन फारम भरा है एक बार मा एक सौ बीस रुपिया लाग है। हम नौ लोगन के बीच बत्तीस सौ चालिस रुपिया खर्च भा हैं। बहुतै मुश्किल मा मेहनत मजदूरी के सहारे पेट काट के इतना यपिया खर्च कीन है। अब काम कार्ड भी नहीं आवत आय। तहसील मा दरखास दइके राशन कार्ड के मांग कीन है।
कल्ली, छोटकू अउर मोनिका का कहब है कि हमार 18 से 20 साल के बीच मा कइयौ लड़का बच्चा हैं। जेहिके बिना राशन कार्ड पहचान पत्र नहीं बनत आय अउर उनका बाहर कमाय खातिर आवैं जाय मा परेशानी होत है।
नरैनी सप्लाई इस्पेटर याकूब खां का कहब है कि आंनलाइन करावैं मा कउनौ गड़बड़ी भे होई लोग कंप्यूटर से पता करावैं। यहिमा हमार गलती निहाय।

रिपोर्टर – गीता