खबर लहरिया क्राइम रावण दहन के दौरान अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे में अबतक 60 मरे

रावण दहन के दौरान अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे में अबतक 60 मरे

19 अक्टूबर को रावण दहन के दौरान अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 62 हो गई है। यह दुर्घटना अमृतसर के जोड़ा इलाके में स्थित एक रेलवे फाटक के पास घटी । इस रेलवे फाटक के नजदीक ही दशहरा उत्सव मनाया जा रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक रावण के पुतले में आग लगने पर भीड़ पीछे हटकर रेलवे ट्रैक पर आ गई। बताते हैं कि इसी बीच वहां रेलगाड़ी आ गई जिससे सैकड़ों लोग उसकी चपेट में आ गए।

लोको पायलट अरविंद ने अपने स्टेटमेंट में बताया, ‘मैंने 19 अक्टूबर को शाम 5 बजे ट्रेन नंबर डीपीसी 11091 का चार्ज लिया और जालंधर के प्लेटफॉर्म 1 से 5:10 पर लेकर चला। शाम 6:44 बजे मानांवाला पहुंचकर 6:46 बजे येलो सिग्नल और ग्रीन सिग्नल मिलने पर अमृतसर के लिए चला। मानांवाला और अमृतसर के बीच गेट संख्या 28 का डिस्टेंट और गेट सिग्नल ग्रीन पास किया। इसके बाद गेट संख्या 27 के अंतराल और दोनों गेट सिग्नल को डबल येलो में लगातार हॉर्न बजाते हुए पास किया।‘  घटनास्थल पर पहुंचने की स्थिति पर अरविंद का कहना है, जैसे ही ट्रेन केएम नंबर 508/11 के करीब पहुंची तो सामने से गाड़ी संख्या 13006 डीएन आ रही थी। अचानक लोगों का हुजूम ट्रैक के पास दिखाई दिया, तो मैंने तुरंत हॉर्न बजाते हुए आपातकालीन ब्रेक लगा दिया। आपातकालीन ब्रेक लगाने पर भी मेरी गाड़ी की चपेट में कई लोग आ गए। गाड़ी की रफ़्तार लगभग रुकने के करीब थी तो बड़ी संख्या में लोगों ने मेरी गाड़ी पर पथराव शुरू कर दिया। उधर, अमृतसर में ट्रेन दुर्घटना को लेकर चालक के बयान पर स्थानीय लोगों ने रविवार को विरोध किया जिसमें उसने कहा था कि घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने ट्रेन पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया था। पुलिस और रेलवे अधिकारियों को दिए एक बयान में ट्रेन के ड्राइवर ने कहा कि उसने ट्रेन नहीं रोकी क्योंकि दुर्घटनास्थल पर भीड़ ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया था।

अमृतसर में वार्ड नंबर 46 के पार्षद शैलेन्द्र सिंह शली ने बताया, ‘मैं घटनास्थल पर था। ट्रेन रोकने की बात तो छोड़ दीजिए यह धीमा भी नहीं हुआ। ऐसा लगा कि अगर ड्राइवर चाहता तो हमें भी कुचल देता। ट्रेन कुछ सकेंड में हमारे पास से गुजर गयी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने इस हादसे पर दुख जताया हैअमरिंदर सिंह ने कहा कि घायलों को मुफ्त इलाज सहित हरसंभव सहायता पहुंचाई जाएगी पंजाब सरकार ने मरने वालों के परिवारों के लिए 5-5 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान भी किया है