खबर लहरिया चित्रकूट चित्रकूट जिले के पाठा क्षेत्र में कब ख़त्म होगी दहशत?

चित्रकूट जिले के पाठा क्षेत्र में कब ख़त्म होगी दहशत?

जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर, गांव निही चरैया। कुख्यात दस्यु बबली कोल अउर पुलिस के बीच नौ घंटा मुठभेड़ भे हवै
जेहिमा सब इंस्पेक्टर जय प्रकाश सिंह के गोली लागे से मउत होइ गे हवै।अउर बाद मा गिरोह के चार सदस्य पकड़ गें हवै।बाकी डकैतन के खोज मा पुलिस लाग हवै।30 साल का बबुली कोल डोडामाफ़ी गांव मा एक मजदूर परिवार मा पैदा भा रहै।
कहा जात हवै कि हालात के मजबूरी के कारन वा डकैत बना हवै।लूट,हत्या अउर अपहरण के 35 मामला वहिके खिलाफ लिखे हवै।वहिके बल का पता या बात से चलत हवै कि चित्रकूट,बांदा,महोबा अउर हमीरपुर के पुलिस या मुठभेड़ का शामिल रहै।बबुली कोल गिरोह के ज्यादातर सदस्य कुर्मी अउर कोल जाति के हवै।एस.पी. गोपेन्द्र प्रताप का कहब हवै कि बबुली कोल के नानी के मउत होइ गे रहै तबै हमें सूचना मिली रहै कि बबुली कोल आपन नानी का बहुतै मानत रहै तौ जरुर अई।तबै पुलिस लगा दीन गे रहै सुबेरे ४ बजे हथियार लिये मड़ई आवत रहै तौ हम रुके का कहेन पै उंई गोली चला दिहिन रहै।मुठभेड़ मा बबली कोल के पांव मा अउर लवलेश के सीने मा गोली लाग हवै।घटना के बाद गांव मा डर का महौल बना हवै।गांव वाले खुल के नहीं बोलत आहीं।पाठा क्षेत्र खातिर या नई बात न होय यहिके पहिले ददुवा बलखड़िया अउर ठोकिया जइसे न जाने केत्ते डकैत या इलाका मा रहै हवै।पुलिस अउर डकैतन के बीच फंसे गांव वाले दूनौ कइत से मारेजात हवै।
भगवानदीन बताइस कि हम आपन जान भगवान के उपर चढ़ा दीने हन अउर वहिके सहारे बसर करित हवै।शिवप्रसाद बताइस कि जंगल से हमार सब काम होत हवै डकैत मिल जात हवै तौ धमकी देत हवै।यहै कारन मड़ई गांव छोड़े का मजबूर हवै पुलिस का मानत हवै कि वहिके लगे बहुतै फ़ोर्स हवै अउर कोल जरुर मारा जई।

रिपोर्टर-सहोद्रा देवी और सुनीता देवी

29/08/2017 को प्रकाशित