खबर लहरिया एडिटर देगी जवाब घर की साफ़-सफाई में पुरुष क्यों नहीं बंटाते हाथ? सुनिए अपने सवालों के जवाब

घर की साफ़-सफाई में पुरुष क्यों नहीं बंटाते हाथ? सुनिए अपने सवालों के जवाब

1. नमस्कार दोस्तों ,मैं कविता बुंदेलखंडी एक बार फिर हाजिर हूं आपके सवालों के जवाब देने के लिए। तो दोस्तों एडिटर देगी जवाब के इस एपीसोड में आपका स्वागत है। दोस्तों दसहरा करवाचौथ के बाद दीपावली का त्यौहार आने वाला है हर घर में अभी से खुशियाँ देखने को मिल रही हैं। लेकिन ये त्यौहार तो महिलाओं के काम को और बढ़ा देता है। आज कल महिलाएं घर और खेती बाड़ी के काम के साथ साथ लिपाई पोताई और सफाई का काम भी करती है। ये कामों में उनका हाथ बटानेके लिए घर के मर्द बहुत कम साथ देते हैं। ऐसा क्यों होता है. क्योकि घर के सारे काम औरतों के हिस्से में आता है।

आजकल गाँव में महिलाओं को माटी गोबर करते कच्चे घरो को सीढ़ी में चढ़ कर पोतते देखते हैं। ये इसके साथ साथ महिलाये घर और खेतों के काम भी करती हैं मतलब सुबह जगने से लेकर रात को सोते समय तक सिर्फ काम और काम होता है। वही मर्दों गाँव में झुण्ड का झुण्ड बैठ कर तास ही खेलते मिलते है। दोस्तों आखिर कार हम लोग तो साफ सफाई वाले घर में रहना चाहते हैं फिर काम में हाथ क्यों नहीं बटाना चाहते है। क्या आपके मन में भी ऐसे सवाल हैं तो मुझे जरुर से लिख कर भेजना। तो दोस्तों अब में पढना शुरू करती हूँ आपके भेजे गयें सवाल और देती हूँ उसके जवाब।

2. दोस्तों हमने एक शो है जिसका नाम है। बोलेगें बुलावायेगें हंस कर सब कह जायेंगें। इस बार करवा चौथ पर ये शो किया था। नारी वादी चश्में के साथ। जिसमें हमने बात की पुरुषो की लम्बी उम्र के लिए करवा चौथ तो महिलाओं की लम्बी उम्र के लिए क्या, और हमने महिला पुरुषों से इस पर बिचार जाने थे। ये शो आप लोगों को बहुत अच्छा लगा. इसको देख कर बहुत लोगों के कमेन्ट आये हैं.मैं कुछ कमेन्ट पढ़ती हूँ सवाल. मनीष वर्मा लिखते है जबरजस्त ???????????????????????? और मोस्ट युवा जाग्रति संस्थान के कैलाश बौद्ध लिखते है नाईस स्टोरी।

उत्तर _ मनीष जी और कैलाश जी बहुत बहुत शुक्रिया की आपको नारीवादी चश्में के साथ करवा चौथ का कडवा सच पसंद आया है। मैं चाहती हूँ की लोग इस अंधविस्वास को तोड़े इसके खिओलाफ खड़े हो . महिला पुरुष का भेदभाव मिटाने के लिए आगे आये।

3.बाँदा जिला से एक लाईव हमने किया था, जिसमें गाँव का कोटेदार लोगों को ठीक से राशन नहीं देता है। कुछ लोगों को तो यूनिट के हिसाब से राशन नहीं देता है। इस स्टोरी को काफी लोगों ने देखा है और कमेन्ट भी किया है। मैं एक कमेन्ट को पढना चाहती हूँ ।

सवाल _देवेन्द्र कुमार लिखते हैं की आप के पास न्यूज भेजना हो तो किस नम्बर पे भेजे। उत्तर _ देवेन्द्र कुमार जी आप हमारे यूट्यूब चैनल पर जहां आपने ये कमेन्ट भेजे है ,वही पर आप अपने गाँव की न्यूज सेयर कर सकते है। हम अपनी रिपोर्टर को आपके गाँव भेज कर खबर कबर करवा लेगें। शुकिया 4. एक स्टोरी हमने की थी जो समस्याओं से हट कर थी, और ये स्टोरी थी महोबा जिले के कुलपहाड़ कस्बे की। जहां के गर्म मशाले बहुत अच्छे होते हैं और इसी वजह से मशहूर होते हैं. इस स्टोरी को भी लोगों ने देखा और कमेन्ट किया है। कुछ हट कर सवाल आये है इस स्टोरी में।

सवाल _ उदल सिंह कुशवाहा लिखते है। कोई खेती होती है क्या मशाले की महोबा में और कोइ काम है नहीं है आपको कुछ समाज के हित में करो। जवाब _ अपनी बात रखने के लिए बहुत शुक्रिया उदय जी, महोबा में मशाले की खेती नहीं होती है। ये बताना चाहती हूँ की खबर लहरिया में हर प्रकार की खबरें होती हैं। समाज के हर मुद्दों को हम कबर करते हैं।चाहे वो निगेटिव हो या पाजतिव। कल्चर की स्टोरी करना हमारी बीट में शामिल है, जिसमें बुन्देल खंड के कल्चर के बारे में हम आपको हर हप्ते बताते है. अगर आप हमारे चैनल को लगातार करेगें तो आपको हर तरह की खबरें देखने और पढने को मिलेगी।

5. बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे के तहत जिन किशानों की जमीन गई है और उनको मुवावजा नहीं मिला है उसपर हमने स्टोरी की है इसमें जो सवाल आये है में पढ़ती हूँ।
सवाल _ उमेश कुमार लिखते हैं ये सब झूठ बोल रहे हैं. पैसे सबको मिला है। सरकार ने डबल मुवावजा सबको दिया गया है।

उमेश जी आपकी जमीन गई है क्या- क्या आपको सरकार ने डबल मुआवजा दिया है। या आपने किशानों के खाते में डबल मुआवजा डाला है। आपको कैसे पता की डबल मुआवजा दिया गया है। क्या आप किसी एक किशान के बारे में हमें डिटेल से बता सकते है। क्योकि हमने जमीनी रिपोर्टिंग की है और उसकी सच्चाई आपके सामने है ।

6. तो दोस्तों इतने सारे सवाल भेजने के लिए सबका शुक्रिया। आप इसी तरह से अपने सवालो को भेजते रहें। अगर मेरी यह विडियो आपको पसंद आई है तो लाईक करे और सेयर करें. और हां हमारे चैनल खबर लहरिया को सब्सक्राइब जरूर करें। तो दोस्तो इस बार के लिए इतना ही अगले एपीसोड में मैं फिर हाजिर होगी आपके नये सवालों के साथ तबतक आप देखते रहें खबर लहरिया की जमीनी हकीकत भरी रिपोर्टिंग नमस्कार।