टीकमगढ़ और वाराणसी जिले में हैंडपम्प बिगड़ने से पानी की समस्या का सामना ग्रामीणों को करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द से जल्द पानी की सुविधा की जाये।
जिला टीकमगढ़ ग्राम पंचायत आलमपुरा गांव दुनातर में दो दिन से हैंडपंप खराब हो गया है। जिससे ग्रामीणों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है।
गांव दुनातर की रहने वाली सुकवती अहिरवार ने बताया उनके गांव का हैंडपंप दो दिन से खराब है जिससे उनको पानी के लिये इधर-उधर भटकना पड़ता है। पहले जो हैंडपंप चालू था तो सुबह से पानी भरकर रख लेते थे लेकिन अब बंद हो गया है तो बहुत दिक्कत आ रही है। यहां से 10- 15 घरों के लोग पानी भरते थे जिनके लिए अब बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। दूसरा हैड़पंप है तो वहां पर बहुत ज्यादा भीड़ लगती है। लड़ाई झगड़े भी होने लगते हैं। अगर उस हैंडपंप से पानी भरना है तो सुबह 5 बजे से उठना पड़ता है। समय से नहीं उठते हैं तो पानी भी नहीं मिल पाता है।
भोर में जल्दी उठकर भरना पड़ता है पानी
महिलाओं ने बताया कि एक घर में एक दिन में कम से कम 20 डिब्बा पानी लगता है। पानी भरने में एक से डेढ़ घंटा टाइम चला जाता है। और जिन लोगों के निजी बोर हैं तो वह लोग हम लोगों को पानी भरने नहीं देते हैं। कहते हैं कि सरकारी हैंडपंप पर जाइए।
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लोगों की मांग जल्द बनाया जाये हैंडपम्प
ग्रामीणों ने हमें बताया कि हैंडपंप बिगड़ने से लोग पानी के लिए तरस गये हैं। जबसे हैंडपम्प बिगड़ा है साफ पानी पीने को नहीं मिल पा रहा है। कहते हैं जल ही जीवन है और हम सब जीवन के लिए दो दिन से परेशान हैं।
गांव दुनातर की रहने वाली हलकन बाई अहिरवार ने बताया कि है हमारा गांव का जो हैंडपंप है इसकी चैन खराब हो गई है जिसके हैंडपंप बंद हो गया है दो दिन हो गए हैं पानी के लिए बहुत समस्या हो रही है क्योंकि दूसरे हैंडपंप जाना पड़ता है तो बहुत भीड़ लगती है और समय से पानी नहीं मिल पाता है। अभी कटाई का समय चल रहा है तो लोग परेशान हो रहे हैं। समय से पानी ना मिलने के कारण मजदूरी करने के लिए भी नहीं जा पाते हैं, क्योंकि पानी तो जरूरी है। जब तक पानी नहीं मिलेगा तो कुछ भी काम नहीं हो पाएगा। नहाने के लिए, कपड़े धोने के लिए और जानवरों के लिए बहुत ज्यादा पानी की जरूरत पड़ती है।
घर के काम काज की चक्की में पिसती महिलाएं
महिलाओं ने यह भी बताया कि हर दिन 8 से 10 डिब्बा पानी भरना पड़ता है। समझ नहीं आता की पानी कब भरे और घर का काम काज कब करें।और उतना ही टाइम घर के कामकाज में लग जाता है बाहर मजदूरी के लिए कैसे और कब जाएं। अगर मजदूरी नहीं करेंगे तो खाएंगे क्या? मजदूरी भी जरूरी है और पानी भी जरूरी है। इसलिए सबकी मांग है कि गांव का हैड़पंप जल्दी सुधारा जाए। जिससे एक ही हैड़पंप पर भीड़ न लगे। और समय भी बर्बाद न हो।
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नहीं मिली हैंडपम्प खराब होने की सूचना- अधिकारी
इस मामले में ग्राम पंचायत आलमपुरा सरपंच लालाराम यादव का कहना है कि अभी उन्हें हैंडपम्प बिगड़ने की सूचना नहीं मिली है। दो दिन पहले उधर ही मैकेनिक भेजा गया था बनवा दिया जाता। अब आपके द्वारा जानकारी मिली है तो जल्दी से जल्दी उसको सुधारवा दिया जायेगा। जिससेे लोगों को पानी की सुविधा मिल सके।
यही हाल वाराणसी जिले के उदयपुर में रहने वाले लोगों के अनुसार लगभग एक साल से ज़्यादा ही हो गया है हैंडपंप खराब पड़ा हुआ है। जिसकी वजह से लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है।
उषा और राजू ने बताया कि यहाँ लगभग 300 लोगों की आबादी है। हैंड पम्प एक साल से बिगड़ा है यहाँ लगभग 300 लोगों की आबादी है। नहाने, खाने सभी चीजों में परेशानी होती है। कभी-कभी लोग स्कूल से पानी भरकर लाते हैं तो कभी आस-पड़ोस से। समस्या को लेकर लोगों ने प्रधान से भी शिकायत की। चुनाव के समय उन्होंने समाधान को कहा था लेकिन चुनाव बीते कई महीने हो गए पर कुछ नहीं हुआ।
गांव के प्रधान सिद्धू का कहना है कि हैंडपंप के खराब होने की सूचना ब्लॉक में दी गयी है। जल्द से जल्द समस्या का हल होगा।
पंचायत सदस्य प्रिंस चौबे का कहना है कि पानी की समस्या को लेकर सरकारी टंकी पास हो चुकी है। बजट आ जाए तो जल्द से जल्द उसे लगवा भी दिया जाएगा ताकि जनता को परेशानी का सामना ना करना पड़े। हैंडपंप के लिए भी बोले हैं अब आला अधिकारी पास करेंगे तभी होगा। तब तक लोगों को थोड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
पानी जो लोगों की मूलभूत सुविधाओं में से एक है जिसके बिना हम जी नहीं सकते l इसमें इतनी देरी क्यों करता है विभाग l लोग पानी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं लेकिन विभाग सिर्फ आसवासन दे रहा है।
इस खबर की रिपोर्टिंग रीना द्वारा की गयी है।
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