उत्तर प्रदेश के जिला वाराणसी के ब्लॉक चोलापुर के गाँव लश्करपुर वनवासी बस्ती में 10 आवास है ऐसे हैं जो अभी भी अधूरे हैं। 6 महीने पहले इस आवासों को बनने का कार्य शुरू किया गया था लेकिन पहली क़िस्त के बाद दूसरी क़िस्त आजतक नहीं आयी है। जब महीनों पहले बनने के पैसे आये थे तब ग्रामीण काफी खुश थे कि अब उन्हें पन्नी या कच्चे घरों में नहीं रहना पड़ेगा और बारिश में भी सिर के नीचे छत होगी लेकिन 40 हज़ार रूपए की पहली क़िस्त तो आ गयी थी परन्तु उसके बाद दूसरी क़िस्त आज तक नहीं आयी। इन ग्रामीणों ने कई बार प्रधान से करवाने की मांग की लेकिन प्रधान का कहना है कि जब तक उनके पास भी ऊपर से पैसे नहीं आ जाते वो किसी का आवास पूरा नहीं करवा सकते।
ग्रामीणों का कहना है कि अधूरे आवास में रहने में बारिश में सबसे ज़्यादा दिक्कत हो रही है, जब बरसात होती है तब हर जगह से पानी चू रहा होता है और रहना बहुत मुश्किल हो जाता है।
जब खबर लहरिया ने इस बारे में गाँव के प्रधान से बात की तो उनका कहना है कि कुछ लोगों के आवास अधूरे रह गए हैं क्यूंकि दूसरी क़िस्त के पैसे अभी तक नहीं आये हैं परन्तु जैसे ही पैसे आते हैं, वैसे ही लाभार्थियों का आवास का काम पूरा करवा दिया जाएगा।
चोलापुर ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी का कहना है कि वार्ड सदस्यों की कमी के कारण अभी इस गाँव के प्रधान का शपथग्रहण नहीं हो पाया है और परिणाम स्वरुप वो कोई विकास कार्य नहीं कर पाए हैं। प्रधान के शपथग्रहण के बाद ही गाँव में किसी भी योजना का काम दोबारा से शुरू किया जा सकता है।
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