जिला टीकमगढ़ के गाँव कारी के पास गोरा खदान है। लोगों के मुताबिक इस खदान का पत्थर काफी फेमस हैं। ऐसा इस लिए क्योंकि यहाँ के पत्थर का कई चीज़ो को बनाने में इस्तेमाल किया जाता हैं जैसे पेंट, होली के रंग, साबुन, टाइल्स इत्यादि।
इन पत्थरों को देश के कई हिस्सों में सप्लाई किया जाता है। साथ ही इनको विदेशों में भी भेजा जाता है। इस पत्थर का व्यवसाय काफी सालों से हो रहा है। साथ ही यह रोज़गार का भी अच्छा माध्यम है। यह पत्थर कई रंगों में मिल जाता है जैसे लाल, पीला, नीला, सफ़ेद इत्यादि।
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पहले इस पत्थर को तोड़ा जाता है। उसके बाद इसको धोकर सुखाया जाता है फिर इसे पीसा जाता है। फिर अन्य चीज़ों में इस पाउडर को मिलाया जाता हैं। इस पत्थर के पाउडर को पदार्थ का वज़न बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है जिसे फिलर भी कहते हैं। इसकी बिक्री देश के कई हिस्सों जैसे कानपुर, आगरा, भोपाल और भी कई जगहों पर होती है।
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