खबर लहरिया Blog कुछ ही महीनों में आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर, बच्चों को होगा सबसे ज़्यादा खतरा

कुछ ही महीनों में आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर, बच्चों को होगा सबसे ज़्यादा खतरा

5 मई को केंद्र सरकार ने देश में कोरोना की तीसरी लहर आने की चेतावनी दी है। केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. के विजय राघवन ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वायरस के बदलते स्वरुप को देखते हुए तीसरी लहर का आना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि यह कहना मुश्किल होगा कि कोविड की तीसरी लहर कब आएगी और किस स्तर की होगी।

जहाँ एक तरफ देश कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को हराने में नाकाम दिख रहा है और सरकार की लाखों कोशिशों के बाद भी महामारी हर रोज़ एक घातक रूप ले रही है। पिछले साल आई पहली लहर से 4 गुना ज़्यादा शक्तिशाली इस लहर ने अबतक 2 लाख से ऊपर लोगों की जान ले ली है। कल यानी 5 मई को कोरोना संक्रमण के 412,612 नए मामले सामने आए हैं और भारत में अब कुल मामलों की संख्या 2.1 करोड़ पहुँच चुकी है। रोज़ाना लाखों की तादाद में बढ़ रहे मामलों के कारण हमारी स्वास्थ्य सेवाएं भी अब पस्त पड़ती नज़र आ रही हैं।

ऐसे में कल यानी 5 मई को केंद्र सरकार ने देश में कोरोना की तीसरी लहर आने की चेतावनी दी है। केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. के विजय राघवन ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वायरस के बदलते स्वरुप को देखते हुए तीसरी लहर का आना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि यह कहना मुश्किल होगा कि कोविड की तीसरी लहर कब आएगी और किस स्तर की होगी। इस तीसरी लहर के बारे में जानकारी मिलते ही लोगों के मन में दहशत और डर और बढ़ गया है।

संक्रमण की तीसरी लहर होगी और भी खतरनाक-

विजय राघवन का कहना है कि इस साल के शुरुआत में जब संक्रमण का खतरा थोड़ा कम हुआ था तब ज़्यादातर लोगों ने कोविड गाइडलाइन्स का पालन करना बंद कर दिया था। लोग बिना मास्क और सोशल डिस्टन्सिंग का पालन किए घर से बाहर निकल रहे थे, जिसके कारण दोबारा कोरोना संक्रमण ने ऐसा विकराल रूप ले लिया। उनका कहना है कि अगर हमने सावधानी और सतर्कता नहीं बरती तो इस महामारी को और विनाशकारी रूप धारण करने में समय नहीं लगेगा। तीसरी लहर और भी ज़्यादा गंभीर स्थितियां पैदा कर देगी। उनका मानना है कि लोगों को तीसरी लहर के लिए अभी से अपने आप को मानसिक रूप से तैयार कर लेना चाहिए।

वैक्सीन में भी करने पड़ सकते हैं बदलाव-

राघवन के अनुसार अब बड़ी मात्रा में मरीज़ों के अंदर कोविड-19 के नए वैरिएंट एवं म्युटेंट देखने को मिल रहे हैं। अभी तक तो आए वायरस के वैरिएंट से वैक्सीन निपटने में कारगर है लेकिन कुछ समय बाद रोज़ाना आ रहे नए वैरिएंट से निपटने के लिए कोरोना वैक्सीन में भी बदलाव करना ज़रूरी हो जाएगा। उन्होंने बताया कि भारत सहित दुनियाभर में कोरोना की तीसरी लहर जल्द ही सामने आ सकती है। और अब विश्व के वैज्ञानिक इन अलग-अलग किस्‍मों का मुकाबला करने की तैयारी कर रहे हैं, ऐसे में ज़रूरी है कि भारत के वैज्ञानिक भी इससे लड़ने के लिए नयी वैक्सीनों एवं दवाइयों की खोज करना शुरू कर दें।

आजतक की एक रिपोर्ट के अनुसार बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ में महामारी विशेषज्ञ डॉ. गिरिधर बाबू ने बताया है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर नवंबर के अंत तक आने की आशंका है। ऐसे में ज़रूरी है कि देश के ज़्यादा से ज़्यादा नागरिक जल्द से जल्द कोविड-19 का टीका लगवाएं।

तीसरी लहर की चपेट में सबसे ज़्यादा बच्चे आएँगे –

रिपोर्ट्स की मानें तो संक्रमण की तीसरी लहर की चपेट में सबसे ज़्यादा बच्चे आएँगे। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक की कोविड तकनीकी सलाहकार समिति के सदस्य रवि का कहना है कि आने वाली तीसरी लहर से बचाव के लिए यह ज़रूरी है कि हम कोविड संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए बेहतर चिकित्सा का बुनियादी ढांचा अभी से तैयार करें। उनका कहना है कि देश में बच्चों के पर्याप्त इलाज के लिए न ही अस्पतालों में कोविड केयर वार्ड हैं और न ही ज़्यादा सुविधाएं हैं। उन्होंने सरकार से तत्काल इन सुविधाओं को उपलब्ध कराने की अपील की है।

रिपोर्ट्स की मानें तो अभी तक देश के 0-10 साल की उम्र के बच्चों में से 3.04 प्रतिशत बच्चे ही कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि इस दर को कम ही रखने के लिए माता-पिता छोटे बच्चों का ख़ास ख़याल रखें और जितना हो सके एहतियात बरतें। जैसा कि हमने देखा था कि इस महामारी की पहली लहर में वृद्ध ज़्यादा संक्रमित पाए जा रहे थे, और दूसरी लहर की चपेट में युवा वर्ग आया है। ऐसे में आने वाली तीसरी लहर अगर बच्चों के लिए खतरनाक साबित होगी, तो इससे बचाव की तैयारी सरकार और लोगों को अभी से करनी चाहिए।

संक्रमण को रोकने के लिए लोगों का एहतियात बरतना है ज़रूरी-

कोरोना वायरस की आने वाली तीसरी लहर से बचाव के लिए ज़रूरी है कि हम सरकार द्वारा जारी किए गए कोविड के दिशानिर्देशों का हर हाल में पालन करें। और ज़रुरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें। अगर आपके घर में किसी व्यक्ति के अंदर कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें तुरंत अलग कमरे में रखें और संक्रमण के खतरे को बाकी घरवालों में फैलने से बचाव के लिए घर में भी मास्क पहन कर रहें। कई लोगों की लापरवाहियों के कारण आज इस महामारी ने ऐसा खतरनाक रूप ले लिया है। लेकिन अगर हम चाहें तो आने वाली तीसरी लहर से अपना बचाव कर सकते हैं। इसलिए सभी का सतर्क रहना बहुत आवश्यक है।

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