खबर लहरिया Blog दिल्ली में स्वाइन फ्लू का बढ़ा संक्रमण, जानिए क्या हैं इसके लक्षण?

दिल्ली में स्वाइन फ्लू का बढ़ा संक्रमण, जानिए क्या हैं इसके लक्षण?

स्वाइन फ्लू का बढ़ा संक्रमण

स्वाइन फ्लू एक तेजी से फैलने वाली संक्रामक बीमारी है सर्दी के मौसम में इस फ्लू के होने का खतरा दोगुना हो जाता है। कोरोना वायरस की दहशत के बीच राजधानी के आठ मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने से हड़कंप मच गया। राजधानी दिल्ली में स्वाइन फ्लू का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। 70 नए मामले सामने आए हैं। इस वजह से स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है।न्यूज़ रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के छह जज एच1एन1 वायरस (स्वाइन फ्लू) की चपेट में आ चुके हैं। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने अपनी अदालत में वकीलों को यह जानकारी दी। संक्रमण को रोकने के लिए शीर्ष कोर्ट में सार्वजनिक डिस्पेंसरी बनाने का निर्णय लिया गया है।
जब लोग स्वाइन फ्लू के वायरस से संक्रमित होते हैं, तो उनके लक्षण आमतौर पर मौसमी इन्फ्लूएंजा के लोगों के समान ही होते हैं। इसमें बुखार, थकान, और भूख की कमी, खांसी और गले में खराश शामिल हैं। कुछ लोगों को उल्टी और दस्त भी हो सकती है।
क्या है स्वाइन फ्लू?
स्वाइन फ्लू सूअरों में होने वाला सांस संबंधी एक अत्यंत संक्रामक रोग है। जो कई स्वाइन इंफ्लुएंजा वायरसों में से एक से फैलता है। आमतौर पर यह बीमारी सूअरों में ही होती है लेकिन कई बार सूअर के सीधे संपर्क में आने पर यह मनुष्य में भी फैल जाती है।

• लक्षण

1 बुखार
2 तेज ठंड लगना
3 गला ख़राब हो जाना
4 मांसपेशियों में दर्द होना
5 तेज सिरदर्द होना
6 खांसी आना
7 कमजोरी महसूस करना आदि लक्षण इस बीमारी के दौरान उभरते हैं।

 

• स्वाइन फ्लू से बचाव

इस बीमारी से बचने के लिए हाइजीन का खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए. खांसते समय और झींकते समय टीशू से कवर रखें।
इसके बाद टीशू को नष्ट कर दें।बाहर से आकर हाथों को साबुन से अच्छे से धोएं और एल्कोहल बेस्ड सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें. जिन लोगों में इस  के लक्षण हों तो उन्हें मास्क पहनना चाहिए और घर में ही रहना चाहिए स्वाइन फ्लू के लक्षण वाले मरीज से क्लोज कॉंटेक्ट से बचें. हाथ मिलाने से बचें। रेग्यूलर ब्रेक पर हाथ धोते रहें. जिन लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही हो और तीन-चार दिन से हाई फीवर हो, उन्हें तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।स्वाइन फ्लू के टेस्ट के लिए गले और नाक के द्रव्यों का टेस्ट होता है जिससे एच1एन1 वायरस की पहचान की जाती है। ऐसा कोई भी टेस्ट डॉक्टर की सलाह के बाद ही करवाएं।स्वास्थ्य विभाग का यह भी कहना है कि घबराने जैसी स्थिति नहीं है, क्योंकि इसके बहुत गंभीर मामले नहीं आ रहे हैं। दिल्ली में 16 फरवरी तक स्वाइन फ्लू के 152 मामलों की पुष्टि थी। अब यह मामले बढ़कर 222 हो गए हैं। इनमें से 36 बच्चे हैं। वहीं राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) की रिपोर्ट के अनुसार देश में स्वाइन फ्लू के 884 मामले आए हैं।