खबर लहरिया क्षेत्रीय इतिहास सिवनी : देसी भिलावाँ के फायदे और उपयोग

सिवनी : देसी भिलावाँ के फायदे और उपयोग

जिला सिवनी ब्लॉक छपारा का गाँव देवरी कला एक जंगली क्षेत्र  हैजहां कई प्रकार के फल पाए जाते हैं। उन कई फलों में से एक फल है ‘देसी भिलावाँ ‘(जिन्हें भिल्मा भी कहते हैं) यह फल मार्च-अप्रैल के बीच में यानी गर्मियों के मौसम में पहाड़ों या खेतों में पाया जाता है। इसका पौधा आम, अमरूद या इमली के पेड़ों की तरह ही होता है। भिल्मा के फल मीठे होते हैं और कुछ लोग इन्हें सुरक्षित करके भी रखते हैं।

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                                                                                                     देसी भिलावाँ को पेड़ से तोड़ते हुए व्यक्ति की तस्वीर

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भिल्मा की खासियत यह है कि ये फल बेहद मीठे होते हैं और उनका स्वाद बेर जैसा होता है। इसमें विटामिन सी, फाइबर, कैल्शियम, विटामिन ए और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इन्हें खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है और पाचन तंत्र भी सही रहता है। देसी भिलावाँ के अंदर से निकलने वाला बीज का तेल दर्द के काम में आता है और इसे आयुर्वेदिक दवाई के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा, इन्हें अन्य रोगों के लिए भी उपयोग किया जाता है।

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