ललितपुर जिले में 5 अक्टूबर 2021 को सहजनी शिक्षा केन्द्र द्वारा की संपादक ने बताया है कि 9वीं से 12 वीं तक की लड़कियों को किताबें बांटी गयी हैं। ये सभी लड़कियां पिछड़ी जाति से संबंध रखती हैं। इनका कहना है कि इन्हें पढ़ने का मौका नहीं मिलता। उनके माता-पिता उन्हें बाहर नहीं निकलने देते। वह आगे कहती हैं कि पैसों की कमी की वजह से माँ-बाप लड़कियों को आगे नहीं बढ़ा पा रहे हैं।
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इसी समस्या को देखते हुए सहजनी शिक्षा केन्द्र ने कदम उठाते हुए लड़कियों में किताबें वितरण की। जहां स्कूलों में ज़्यादा फीस ली जा रही थी वहां फीस कम करवाई गयी ताकि लड़कियों को भी पढ़ने का मौका मिले।
आदिवासी लड़कियों का कहना है कि किताबें न होने की वजह से उन्हें पढ़ाई में दिक्कत होती थी। माता-पिता से कहते तो वह कहतें कि ले लेंगे पर समय से किताब नहीं मिल पाती। लड़कियों का कहना है कि किताब मिलने के बाद उन्हें अच्छा महसूस हो रहा है। उनके माता-पिता जंगलों में काम करते हैं। किताब मिलने के बाद उन्हें लगता है कि वह भी अपना भविष्य बना पाएंगी।
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