खबर लहरिया Blog गड्ढायुक्त सड़क के दावे को आइना दिखाती रिपोर्ट…

गड्ढायुक्त सड़क के दावे को आइना दिखाती रिपोर्ट…

सरकार जितना प्रचार करती है उतना धरातल पर काम नहीं होता। ऐसा कहना है चित्रकूट जिले के ग्रामीणों का। जो सड़क की समस्या से परेशान हैं।  सरकार गड्ढा मुक्त सड़क का दावा करती चली आ रही है। लेकिन जमीनी हकीकत में कुछ और ही है। और अगर स्थिति यही बनी रही तो किसी दिन भीषण दुर्घटना हो सकती है और तब प्रशासन की नींद खुलेगी।

गड्ढे में तब्दील हुई सड़क

Report showing a mirror containing the claim of pit road ...

जिला चित्रकूट, ब्लाक मऊ और रामनगर गांव हन्ना बिनैका मंडौर रोड की एक किलोमीटर सड़क में पानी भरा हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि लोग इस सड़क से निकलते हैं तो फिसल के गिर जाते हैं। साल भर से इस सड़क की यही स्थिति बनी हुई है। अभी गर्मी का मौसम है तो ऐसी स्थिति है बरसात के मौसम में तो निकलने लायक नही रह जाता हैसड़क बन जाये तो इतनी परेशानी न हो। ऐसा नहीं है की सिर्फ गाँव के लोग ही निकलते हैं यहाँ से दिनभर में लगभग दो सौ वाहन भी निकलते हैं गाड़ियों की वजह से गड्ढे और बड़े हो जाते हैं।

गाँव का गन्दा पानी बढ़ा रहा परेशानी

हन्ना बिनैका गांव से रानी, और मुरली रेडी का कहना है कि गाँव की सबसे बड़ी समस्या है पानी निकासी। और गाँव में नाला नहीं है तो लोग कहाँ पानी बहाये? इस कारण से लोग सड़क पर ही घर का पानी पतली नालियों द्वारा निकाल देते हैं जो सीधे सड़क पर जाता है और यह लोगों की मजबूरी है। भले ही आने-जाने वाले लोगों से गालियाँ सुनने को मिले पर लोग क्या करें। अगर सरकार व्यवस्था कराये तो लोग क्यों निकालेगे।जब नाला की व्यवस्था होगी तभी सड़क भी सही रहेगी।

कागजों तक सिमटा आदेश

मन्डौर गांव के राजेन्द्र ने हमें बताया कि कई सड़कें ऐसी हैं जो ख़राब पड़ी हैं। आये दिन एक्सीडेंट की ख़बरें सुनने को मिलती हैं। किसी मरीज या डिलेवरी वाली महिला को ले जाते हैं तो बहुत समस्या होती है। पिपरौध तिराहा से हन्ना बिनैका की लगभग पांच किलो मीटर सड़क इस तरह से खराब हैं की बरसात के सीजन में पानी भरा रहता है। सड़क में गड्ढे नहीं दिखते और लोग एक्सीडेंट का शिकार होते हैं। और गर्मी के सीजन में उन्हीं गड्ढों से साइकिल और गाड़ियाँ पंचर होती हैं। पर सरकार है की ध्यान ही नहीं देती। सिर्फ वादा करती है एक भी सड़क में गड्ढे नहीं होंगे।

जिम्मेदारों ने कही यह बात….

वीरेन्द्र प्रताप सिंह पी डब्लू अधिकारी चित्रकूट का कहना है कि “सभी घर के लोग पानी पूरा सड़क पर बहाते हैं। इस वजह से सड़क साल भर के अन्दर ही ख़राब हो जाती है। जैसे ही बजट आयेगा तो सड़क का नाला बनवाया जायेगा।

आनन्द शुक्ला, विधायक मऊ-मानिकपुर विधानसभा चित्रकूट ने बताया कि उन्होंने अपनी तरफ से कई सड़कों के निर्माण के लिए कार्ययोजना में डाला हुआ है। चुनाव बाद अगर बजट पास हुआ तो पहले गाँव का पाने जो सडक पर बह रहा है उसके लिए नाला बनेगा। और फिर सड़क का निर्माण कराकर गड्ढा मुक्त कराया जाएगा।

प्रदेश की सत्ता में आने के बाद योगी सरकार ने सड़कों की मरम्मत पर जोर देते हुए सभी सड़कों को गड्डा मुक्त करने का दावा किया फाइलों में तो सभी सड़कों को गड्डा मुक्त कर दिया गया, लेकिन इन चार वर्षों में धरातल पर सड़कों की क्या वास्तविकता है। ऐसा नहीं कि यह कहानी उत्‍तर प्रदेश के सिर्फ एक गांव की है। कुछ ऐसी ही कहानी अलग-अलग गांव से अक्‍सर सामने आती रहती हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्‍या यूपी की सड़कें गड्ढा मुक्‍त हो पाएंगी?