खबर लहरिया जिला अपने गानों से जिले का नाम रोशन किया रामस्वरूप फ़ैज़ाबादी ने

अपने गानों से जिले का नाम रोशन किया रामस्वरूप फ़ैज़ाबादी ने

रामस्वरूप फैजाबादी उर्फ रामस्वरूप गौड अयोध्या के एक फेमस गायक है. इनके बहुत सारे गाने अभी तक आ चुके हैं, जिसकी वजह से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। तो चलिए हम हमारे अयोध्या के फेमस गायक रामस्वरूप जी से जानते हैं कि उनका यह इतना जो लंबा सफर रहा गायकी के लिए कैसे रहा।

रामस्वरूप जी का कहना है कि मैं लगभग 16-17 की उम्र का था जब गुनगुनाना शुरू किया। हमारे गुरु थे स्वर्गीय श्री बालेश्वर यादव जी जिनसे हमने शिक्षा लिया था और संगीत का भी शिक्षा लिया था। वह अब हमारे बीच नहीं रहे लेकिन उनका आशीर्वाद सदैव हमारे साथ रहता है। शुरू शुरू में सिंगर बनने का शौक नहीं था ऐसे गुनगुना लेता था लेकिन 2003 से हमारे बाजार में रामलीला होता था जिसमें मैं हमेशा लक्ष्मण का किरदार निभाता था। उसमें जो गायकी होता था इससे लोगों ने कहा कि आप एक अच्छे गायक बन सकते हो। 2003 में मेरा पहला गाना कैसेट एल्बम के जरिए आया गाने का नाम था पार्लर वाली जान मारेली। फिर 2006,2007में मैंने गंगा कैसेट में ही काम किया।

परवीन शिरीन जी 2007 में अयोध्या आये जिनके साथ मैंने अपने गाने की शुरुआत कि मेरा पहला सुपर डुपर गाना था ताला में चाभी लगाव पिया। यह लोगों की जुवानों पर सर चढ़कर बोला था बहुत सुपर डुपर हिट हुआ था। इसके बाद बहुत सारे गाने आते रहे एक गाना आया भुसावल वाला केला यह भी काफी हिट रहा. इसकी वजह से मैं पूरे जिले क्या पूरे देश में छाया छा गया। इससे मुझे पहचान मिली हर कोई मेरे गांव से मुझे जाने लगा। 2020 में मेरा एक सॉन्ग आया कमर कर धनिया जिसको ढाई करोड़ लोगों ने देखा है और लाइक किया प्यार किया है। वैसे तो मैंने लगभग 700 से लेकर 800 गाना गाया है। मेरे परिवार में मैं पहला ऐसा था जो सिंगर था इससे पहले मेरे परिवार में कोई गायक नहीं था कोई संगीत लाइन में नहीं था। शुरू शुरू में जब मैंने इसकी शुरुआत किया था तो लोग मुझे बोलते थे, घर वाले भी पसंद नहीं करते थे। फिर धीरे-धीरे सब कुछ नॉर्मल होता गया मैं जो कुछ भी हूं अपने दम पर हूं। मेरे घरवाले मेरा सपोर्ट नहीं किए थे लेकिन अब कर रहे हैं। अब तो मुझे सभी लोगों का प्यार मिलता है , सहयोग मिलता है, सम्मान मिलता है।

रामस्वरूप से पूछने पर क्या सपना है आपका तो उनका कहना है कि बस मैं यूं ही गाता रहूं। मेरे गाने आते रहे और लोगों का सम्मान और प्यार मिलता रहे इससे बड़ा मेरा कोई सपना नहीं है। उन्होंने बहुत सारे अवार्ड जीते हैं। पहला अवार्ड उनको 2015 में मिला था। समाजवादी पार्टी की तरफ से उनको कृषि विभाग से भी अवार्ड मिला है और बहुत सारे अवार्ड मिला है। फिलहाल उनका एक्टिंग करना फिल्म जगत में जाने का कोई सपना नहीं है वह अपने यहां रहकर अपने गाने को गाना चाहते हैं लोगों के बीच में और राजनीति में जाना चाहते हैं।

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