खबर लहरिया चित्रकूट महिला मुखिया या महिलाओं के नाम पर राजनीति?

महिला मुखिया या महिलाओं के नाम पर राजनीति?

वर्तमान सरकार की महिला मुखिया योजना से खुश नहीं हैं महिलाएं भाजपा सरकार ने कुछ योजनाओं मे सिर्फ महिला को ही मुखिया बनाया है जैसे राशनकार्ड गैस कनेक्शन सिर्फ महिलाओं के ही नाम है। और भी प्रधानमंत्री सरकारी योजनाएं हैं

कालोनी सौचालय इसमें भी ज्यादातर महिलाओं के नाम हैं पूरूषो के भी नाम हैं। जब इन योजनाओं की बात ग्रामीण शहरी महिलाओं से की तो महिलाओं का कहना है सरकार सिर्फ महिलाओं को लालीपॉप पकड़ा रही है गैस कनेक्शन फ्री दे रहे हैं ये कह कर लालच दिया लेकिन गैस की किमत दोगुना से ज्यादा कर दी।

और सब्सिडी भी जब तक नहीं मिलेगी जब तक चुल्हा और सेलन्डर के पैसे पूरे नहीं हो जाते इतनी मंहगी गैस भराने से अछ्छा है हम चुल्हे मे ही पकाएं। चार सौ की लकडी हम महिने भर जलाएंगे हजार रूपये का गैस एक महिने चलेगा हमे चुल्हे मे ही फायदा है। दूसरा राशन कार्ड मे महिलाओं का नाम दे दिया और आगूठा लगाने का सिस्टम कर दिया। कभी आंगूठा लगता नहीं कभी कोटेदार कहता है लाइट नहीं है तो मशीन काम नहीं करेगी। बार- बार कोटे के चक्कर काटने पडते हैं जिससे हमारा समय बहुत खराब होता है छोटे ,छोटे बच्चे छोडकर जाते हैं।सुब्रमण्यम की सरकार को सलाह- नोट पर छापें लक्ष्मी की फोटो

घर के काम पडे रह जाते हैं जितना समान कोटे से पहले मिलता था वो मिल भी नहीं रहा। पहले गेहू चावल के साथ मिट्टी का तेल चीनी ये मिलता था दाल भी आती थी। अब सिर्फ गेहूं चावल वो भी यूनिट के हिसाब से। वहीं शहरी महिलाओं का कहना है वर्तमान सरकार महिलाओं के साथ राजनीति कर रही है अगर महिला मुखिया बनाया है महिलाओं के नाम कालोनी कर रहे हैं तो कालोनी की जमीन पहले महिलाओं के नाम करें फिर कालोनी दे। वर्तमान सरकार महिलाओं के सम्मान की बात करती है लेकिन महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही।