यूपी में चल रही जल जीवन मिशन योजना के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों तक नहीं पहुंची पानी की सुविधा।
साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी में जल जीवन मिशन योजना की शुरुआत की थी। वादा किया गया कि ग्रामीण जल जीवन मिशन के ज़रिये ग्रामीण क्षेत्रों में पानी पहुँचाया जाएगा। यह भी कहा कि लोगों की पानी की दिक्कतों को सुलझाने के लिए हर घर में पानी की पाइपलाइन लगाई जायेगी, जिसे ‘हर घर नल योजना’ का नाम भी दिया गया है। साल 2024 तक हर ग्रामीण क्षेत्रों में पानी पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया।यूपी के चित्रकूट जिले के बात करें तो यहां के गाँवों में आज भी पानी की पाइपलाइन नहीं लगी है। गर्मियां आ चुकी हैं। हैंडपंप भी सूखे पड़े हैं जिससे अब पानी की समस्या लोगों के लिए और भी ज़्यादा बढ़ गयी हैं।
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कई गाँवो तक नहीं पहुंची ‘जल जीवन मिशन योजना’
खबर लहरिया ने अपनी रिपोर्टिंग के दौरान पाया कि मऊ ब्लॉक के कई गांव और मजरे में पानी की पाइपलाइन नहीं है। गांव खोहर मजरा, कलोनी पुरवा, छिवलहा मजरा, मंगल पुरवा, खण्डेहा मजरा, पटपरिहा पुरवा, मोहन पुरवा, लवेद ,अरखन आदि ऐसी जगहें हैं जहां योजना के तहत पानी की पाइलाइन अभी तक नहीं लगाई गयी हैं।
बढ़ती पानी की समस्या ने लोगों को पानी के लिए मीलों का सफ़र तय करने के लिए मज़बूर कर दिया है। किसी का बोर चलता है तो कोई वहां से पानी भर लेता है तो कोई कुएं से। अगर कोई हैंडपंप इस समय थोड़ा बहुत पानी दे रहा होता है तो वहां पानी के लिए लोगों को लंबी लाइन लगानी पड़ती है।
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जल योजना के तहत छूटे कई गाँव
लोगों ने बताया कि जब मऊ ब्लॉक में जल जीवन मिशन योजना के तहत पानी की पाइपलाइन लग रही थी तब भी लोगों ने कई बार आवाज़ उठाई थी। कोशिश की थी कि उनके मजरे में भी पाइपलाइन बिछ जाए पर किसी के द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया गया।
साल 2019 में मऊ ब्लॉक के 57 गाँव के मजरे में पानी की पाइपलाइन लगनी थी। उस समय भी लोगों ने अपने-अपने गाँवों में पाइपलाइन बिछवाने के लिए मांग की थी। इसके बदले सिर्फ उन्हें आश्वाशन दिया गया। पानी की पाइलाइन नहीं बिछी।
पानी की कमी से ग्रामीणों को होती समस्या
गांव खोहर मजरा लक्ष्मी पुरवा कालोनी पुरवा की बात करें तो आज भी यहां के घरों में टोटी वाला नल नहीं लगा है। एक हैंडपंप है जिससे 100 घरों के लोग पानी भरते हैं। यह भी बिगड़ जाता है। यहां के रहने वाली सूरजकली के अनुसार, उनका बरगढ़ क्षेत्र तो वैसे ही पथरीला इलाका है। पानी की बहुत किल्लत होती है। लोग बस यही चाहते हैं कि उनके गाँवो में भी पानी की सुविधा उपलब्ध कराई जाये ताकि उन्हें पानी की कमी की समस्या का सामना न करना पड़े।
ग्रामीणों ने यह भी कहा, पानी की कमी की वजह से जानवर भी परेशान हैं। वह लोग मज़दूर आदमी हैं, सुबह पानी नहीं मिल पाता तो उन्हें काम के लिए देरी हो जाती है। सुबह 4 बजे हैंडपंप की पानी की लाइन पर लोग लगते हैं तो दिन के 10 बज जाते हैं।
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जल्द बिछेगी पाइपलाइन – परियोजना प्रबंधक
जल जीवन मिशन योजना को लेकर चित्रकूट जिले के परियोजना प्रबंधक इं.राजेंद्र सिंह से बात की गयी। उनके अनुसार जब साल 2010-11 में मऊ ब्लॉक में पेय जल योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू हुआ था तो कुछ जगह छूट गए थे। अब जल जीवन मिशन योजना के तहत जो मजरे छूट गए हैं वहां पानी की पाइपलाइन लगवाई जायेगी।
जल जीवन मिशन योजना को शुरू हुए दो साल बीत चुके हैं और पूरे होने में दो साल बाकी है। गर्मी आते है बुंदेलखंड क्षेत्रों में सूखा पड़ना शुरू हो जाता है। यूपी में पहले पेय जल योजना अब ग्रामीण जल जीवन मिशन योजना चल रही है फिर भी लोगों की पानी की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। सरकार द्वारा योजना के तहत हेल्पलाइन नंबर भी ज़ारी किया गया है जिसके तहत लोग अपनी समस्या दर्ज़ करा सकते हैं या अपने सवाल पूछ सकते हैं। हेल्पलाइन नंबर -011-24362705 व अगर मैसेज के ज़रिये बात करनी है तो njjm.ddws@gov.in के ज़रिये बात करें।