खबर लहरिया चित्रकूट खुद को असुरक्षित महसूस करते हुए भी चित्रकूट में जंगल से पानी लाना है मज़बूरी

खुद को असुरक्षित महसूस करते हुए भी चित्रकूट में जंगल से पानी लाना है मज़बूरी

24 जनवरी 2019, जिला चित्रकूट, hindi news

चित्रकूट जिले के गॉंव बेलहा के लोग खुद को असुरक्षित महसूस करने के बाद भी जंगल से पानी लाने के लिए हैं मजबूर। वेसे तो प्रधानमंत्री मोदी ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत करते हुए पेयजल स्वच्छता पर भी विशेष जोर दिया था। पर बुंदेलखंड में आज भी इन महिलाओं को जंगल से पानी भरने जाना पड़ता है। गॉंव से एक डेढ़ किलोमीटर दूर चलकर जाना उनके लिए खतरे से खाली नहीं होता है। गॉंव में पानी की कोई व्यवस्था न होने के कारण लोग जंगल से पानी लाने पर मजबूर हैं। कई बार शिकायत करने के बाद भी इस पर कोई सुनवाई नहीं की गई है।