खबर लहरिया चित्रकूट न बिजली, न पानी! ऐसे कैसे होगा ग्रामीणों का विकास?

न बिजली, न पानी! ऐसे कैसे होगा ग्रामीणों का विकास?

जिला चित्रकूट के ब्लॉक मऊ गाँव छिवलहा मजरा मंगल पुरवा और गांव ददरी मजरा ओझा का पुरवा में लोग पानी और बिजली न होने की समस्या से जूझ रहे हैं। इन दोनों गावों में टोटी नल तो लगे हैं पर आज तक उनमें पानी नहीं आया। कई लोगों ने पानी की सप्लाई के लिए कनेक्शन भी करवा लिया था लेकिन उसका बिल तो कई महीनों से आ रहा है पर पानी नहीं आया।

यहाँ रह रहे लोगों का कहना है कि जो गाँव में हैंडपंप लगे हैं वो भी गर्मियों के मौसम में ख़राब हो जाते हैं और फिर उन लोगों को मीलों दूर लगे बोरवेल से पानी भर कर लाना पड़ता है। कई ग्रामीणों का हज़ार से लेकर 900 रूपए तक का पानी का बिल भी आया लेकिन इन लोगों ने बिल भरने से मना कर दिया है।

इन दोनों गावों में बिजली भी नहीं है, ग्रामीणों ने बताया कि गाँव के कई कोनों पर लकड़ी के खंभे तो हैं जिनमें इतना करेंट आता है कि लोग खंभों के पास से निकलते भी डरते हैं। लोगों ने बताया कि कई घरों में बिजली के तार नहीं पहुँच पाए हैं और मीटर भी लगा हुआ है लेकिन वो ख़राब है। लोगों के हज़ारों रूपए के बिजली के बिल भी आए हैं। इन लोगों ने कई बार बिजली विभाग और जल निगम में अपनी परेशानियों को लेकर शिकायत दर्ज करने की कोशिश की लेकिन आज तक कोई भी सुनवाई नहीं हुई है।

जब हमने चित्रकूट के विद्युत विभाग के उप खंड अधिकारी शिवम गुप्ता से इस बारे में जानकारी ली तो उन्होंने हमें बताया कि उनके संज्ञान में ऐसा कोई भी मामला सामने नहीं आया है। लेकिन अब वो जल्द ही इन गावों में जाकर जांच करेंगे और जिन लोगों के घर बिजली की व्यवस्था नहीं है उन्हें बिजली देने की पूरी कोशिश की जाएगी।

जल निगम के जूनियर इंजीनियर विजय यादव का भी कहना है कि उन्हें छिवलहा और ददरी गाँव में पानी न होने के बारे में नहीं पता है। उन्होंने बताया कि इन गावों में पाइपलाइन तो डली हुई है लेकिन अगर फिर भी पानी नहीं आ रहा है तो शायद पाइपलाइन की सफाई कराने की ज़रुरत है।

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