मुद्दे की बात के 5 एपिसोड में खबर लहरिया पंहुचा हैं बिहार के गया में, चिंता देवी के पास। चिंता देवी एक दलित महिला हैं जिन्होंने 40 साल की सफाई कर्मचारी की नौकरी के बाद राजनीति में कदम रखा और गया की डिप्टी मेयर बनीं। लेकिन सत्ता के पद तक पहुँचने के बावजूद, उन्हें अपने ही दफ्तर में भेदभाव झेलना पड़ा। चिंता देवी बताती हैं कि एक दलित औरत के लिए राजनीति में जगह बनाना कितना मुश्किल है, और क्यों आज भी समाज में बराबरी सिर्फ़ कागज़ों तक सीमित है।
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