कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे देश में जब पूरा स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण अभियान चला रहा है इसी बीच एक और वायरल बुखार डेंगू ने दस्तक दे दी है। लोग धीरे-धीरे इस वायरल बुखार की चपेट में आ रहे हैं। डाक्टरों की माने तो इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता है क्योंकि इससे लोगों की जानें जा रही हैं।
अयोध्या जिला के नाका बाईपास के पास कांति नगर कॉलोनी में गर्ल्स हॉस्टल है जिसमें रहने वाली लगभग आधा दर्जन लड़कियों को फीवर हो गया। जिसमें शालू, प्रतिभा पूजा, रश्मि और भी कई लड़कियां हैं। डेंगू की चपेट में आई लड़कियों को आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। शालू का कहना है कि वह हॉस्टल में रहकर यूपीएसआई की तैयारी करती हैं। यूपीएसआई की तैयारी और दिवाली की तैयारियों में व्यस्त हो गई कि उन्हें पता ही नहीं चला कि वह कब डेंगू की चपेट में आ गई।
जब वह घर से छात्रावास वापस लौटी तब तक वह डेंगू की जकड़ में आ गई थी। कई दिन लगातार दवा खाने के बाद भी बुखार और सिरदर्द का नहीं आराम हुआ। पूरे शरीर में दर्द, उल्टी और चक्कर आने लगा था तो जिला अस्पताल में एडमिट कराया। जब वहां पर ब्लड चेकअप हुआ तो पता चला कि डेंगू फीव हो गया और प्लेटलेट्स 60000 लगभग हो गए। पांच दिन बाद जब अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। बुखार के लिए पपीते की पत्ती पीसकर पी रही है प्लेटलेट्स रिकवर के लिए वह हर दिन दो से तीन कीवी फल रोज खा रही हैं। शालू ने बताया उन्हें तो डिस्चार्ज कर दिया लेकिन उनकी फ्रेंड्स अभी भी एडमिट हैं।
डेंगू फीवर डाल रहा है पढ़ाई पर प्रभाव
शालू ने बताया कि उनका 22 नवम्बर को यूपीएसआई का पेपर है वह चिंतित हैं कि पेपर दे पाएंगी या नहीं। अभी उनके लिए यह सिर्फ सवाल बनकर रह गया है क्योंकि वह बिल्कुल भी तैयारी नहीं कर पाई हैं। हॉस्टल में रहने वाली अन्य लड़कियों का कहना है कि बीमार पड़ने पर पढ़ाई पर काफी असर पड़ रहा है। डेंगू दो-चार दिन में ठीक भी नहीं होता है इसके लिए कम से कम 10 से 15 दिन लग जाते हैं। और इसी समय पर एक से बाद पेपर लगे हैं। चाहे वह एसएससी जीडी, यूपीएसआई स्टेनोग्राफर या यूपीटेट का हो ऐसे में कैसे वह पेपर दे पाएंगी? बुखार की चपेट में आने के बाद कोचिंग भी छूट गई है।
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जलभराव और गंदगी है डेंगू फैलने की वजह
लोगों ने पूछने पर पता चला कि अयोध्या में जगह-जगह गड्ढों में पानी भरा हुआ है। यहाँ की नगरपालिका कुछ ध्यान ही नहीं देती है ना ही कभी दवा का छिड़काव होता है। हॉस्टल के सामने तालाब है जिसमें इतनी सारी गंदगी है। बाहर निकलो तो दुपट्टा से मुंह ढंककर निकलना पड़ता है।
रमेश जो तारुन निवासी हैं उनका कहना है कि उन्हें दिवाली के आसपास बुखार आया था तो उन्होंने मेडिकल स्टोर से बताकर दवा खाई थी लेकिन आराम नहीं हुआ। अयोध्या जिला अस्पताल में जाँच कराने पर डेंगू निकला है। सप्ताह भर हो गया अस्पताल से वापस आये लेकिन ठीक से आराम नहीं हो पाया। डॉक्टर ने बताया है कि प्लेटलेट्स काफी कम हो गए हैं जिसकी वजह से चक्कर आना और पूरे शरीर में दर्द हो रहा था। आराम होने में थोड़ा समय लगेगा।
अस्पतालों में बढ़ रही मरीजों की संख्या
विनोद ने हमें बताया इस समय हॉस्पिटल जाने का भी मन नहीं करता क्योंकि पूरे हॉस्पिटल में इसी के मरीज आ रहे हैं और दवा भी काम नहीं कर रही। वह घरेलू नुस्खा आजमा रहे हैं सुबह शाम एक-एक गिलास पपीता की पत्ती का पानी पी रहे हैं।
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जल्दी कराएँगे दवा का छिड़काव
हॉस्टल मालिक सोनू गुप्ता का कहना है कि बरसात के समय पर उन्होंने सभासद को बोला था तभी दवा का छिड़काव हुआ था इसके बाद तब से छिड़काव नहीं हुआ है। अभी लड़कियां बीमार हुई हैं इसको लेकर वह बहुत गंभीर हैं और दो-तीन दिन के अन्दर दवा का छिड़काव कराएँगे।
अजय राणा जिला चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि इस समय डेंगू बुखार काफी वायरल हो रहा है और काफी लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं तो इससे बचाव करना और रखना बहुत जरूरी है। जो भी मरीज आ रहे हैं उनका इलाज किया जा रहा है।
इन लक्षणों का रखें ध्यान
.बुखार का बार-बार आना
.सिर दर्द
.पूरे बदन में दर्द
.उल्टी आना या जी मिचलाना
.चक्कर आना
.कमजोरी महसूस करना
.बॉडी पर दाने का निकल आना
डेंगू से बचने के उपाय
.अगर आपको 1 से 2 दिन में बुखार नहीं जा रहा है ब्लड चेक करवाएं। इससे प्लेटलेट्स के गिरते स्तर को रोंकने में मदद मिलेगी।
.डेंगू को हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है इसलिए इसमें पूरे शरीर में बहुत दर्द होता है। यह एडीज एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। इसलिए अपने घरों के आसपास जहां तक हो सके पानी जमाना न होने दें। समय-समय पर दवा का छिड़काव करते रहें। सोते समय आप मच्छरदानी का प्रयोग करें ।
.फुल कपड़े पहने।
.पपीते की पत्ती को पीसकर उस का घोल बनाकर सुबह और शाम को एक एक गिलास पीना चाहिए यह प्लेटलेट बढ़ाने में सहायक होता है।
.कीवी फल 2-3 रोज खाएं।
.नारियल पानी हर दिन नहीं तो दूसरे दिन जरुर पियें।
अयोध्या ही नहीं हर जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है इसलिए जब भी लोगों को इन लक्षणों की शिकायत महसूस हो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। और दिए गये दिशा निर्देशों का पालन करें।
इस खबर की रिपोर्टिंग कुमकुम द्वारा की गयी है।
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