जिला महोबा महोबा: लॉकडाउन में बुन्देलखण्ड की फेमस सेवइयां बना कर बिता रहे लोग अपना समय
ब्लाक जैतपुर गांव लाडपुर के महिलाओं सुरूकी है सेवइयां बरना। बुंदेलखंड का खास कल्चर खाना है जहा की भाई साहब और जेठ माह में किसान और अन्य लोगों के घर में आपको घर घर से वहां बनती मिलेंगी लालपुर के रहने वाले मूल्य का कहना है कि हम लोग किसान आदमी हैं और किसानी करते हैं पहले तो हम बहुत ज्यादा से मैया भर के रख लेते थे क्योंकि चावल नहीं रहते थे अब तो कोटा में चावल भी मिलने लगे हैं अपने मन बदलने को सेवइयां बढ़ते हैं खासकर यही दो महीना होते हैं या सेवइयां बनाने को काम करते हैं इन महीनों में बहुत तेज धूप निकलती है 1 दिन में शिवन्या सूख जाती हैं और और महीना में इस तरह की धूप नहीं निकलती है जिससे कि इस महीने बना कर रख लेते हैं तो दो-तीन महीना के लिए हो जाती हैं बनाने के लिए हम लोग सबसे पहले गेहूं का आटा लेते हैं उसको अच्छा तुम क्या कहते हैं जैसे कुड़ियों को लगाते हैं उसी तरह से सेवइयां बनाने के लिए गेहूं का आटा लगाते हैं और उसको जितना पूरी को लगाते हैं उतना ही सोना बनाने को लगाते हैं उसके बाद चारपाई में सेमिया बनाने की मशीन कि जिसको कहते हैं पेच उसी से बनाते हैं। खाने वाले कहते हैंइन गर्मियों के महीने में खाया जाता है लोगों को खाने को मिलते हैं जैसे हमें भी बहुत पसंद है।