खबर लहरिया कोरोना वायरस महोबा: महिलाओं ने बुंदेलखंड के विलुप्त होते पुराने गानों को किया ताज़ा

महोबा: महिलाओं ने बुंदेलखंड के विलुप्त होते पुराने गानों को किया ताज़ा

महोबा: महिलाओं ने बुंदेलखंड के विलुप्त होते पुराने गानों को किया ताज़ा :महोबा जिले के गाँव लाडपुर में महिलाओ ने बुंदेलखंड के विलुप्त होते पुराने गाने को किया ताज़ा आठ लोगों की टीम बनाकर अपनी सुरीली आवाज से बुंदेली गीतों को गाकर लोगों का दिल जीत रही हैं जिला महोबा ब्लाक जैतपुर गांव लाडपुर जहां की महिलाओं ने लुप्त होते पुराने जमाने के गाने जैसे भजन कीर्तन वह इन गानों को देखते हुए उनके मन में हुआ कि जो लुप्त होते हैं गाने वह क्यों लुप्त हुए हम क्यों ना गाय उनके छह सात लोगों की टीम भी बनी हुई है जिसमें हफ्ते में एक दिन अपने गाने बजाने को रखा है यहां की माया बताती है कि हम 5 साल से बराबर अपने गानों को जारी रखे हुए हैं पहले पुराने जमाने में यह गाना गाते थे और बीच में बंद हो गए थे जिसमें हमने एक जगह बैठकर सोचा कि काम में तो जिंदगी बीत जाती है लेकिन कुछ जो लुप्त होते गाने उनको हम एक दिन क्यों ना समय दे गाने को जिसमें हमारा भी टाइम कटता है और अलग-अलग औरतों से जब बात किया तो उन्होंने बताया कि हमारे चाहे जितना काम होए लेकिन एक दिन हम अपने गाने बजाने को समय देते हैं एक 1 किलोमीटर दूर से आते हैं गाने के लिए आर हमें घर से भी ऐसा कोई पाबंदी नहीं है कि तुम गाने गाने ना जाओ अगर देखा जाए तो पुरानी रीति रिवाज है लुप्त होती जा रही हैं इंसानियत तो वही है लेकिन आज काल की युग में पता नहीं कि पुराने लोग ही इसको ज्यादा रुचि लेते हैं गाने बजाने में तो हमने सोचा कि हम तो गाते हैं हमारे परिवार भी गाय और बजाए कोतवाली कुलपहाड़ तहसील कुलपहाड़ जिला महोबा