महोबा के कुलपहाड़ तहसील क्षेत्र के गांव कैंथौरा में लोगों का आरोप है कि लगभग 4 महीने से उनके गांव में मौजूद कोटे को प्रधान ने बंद करवा दिया है और उन्हें राशन लेने दूसरे गांव के कोटे पर जाना पड़ता है।
गांव के लोगों ने बताया कि 3 महीने पहले गांव में कोटेदार के चयन के लिए चुनाव हुए थे और कोटा आवंटित हुआ था लेकिन प्रधान ने उस फाइल में अबतक अपने साइन नहीं करे हैं और पैसों की मांग कर रहा है।
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गाँव के लोगों ने यह भी बताया कि जब जब लोगों को राशन के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है तब उन्हें अपना दिन भर का काम धंधा छोड़ना पड़ता है ,कई लोग मज़दूरी करते हैं और रोज़ की कमाई से घर चलाते हैं, उन्हें भी काफी नुकसान हो जाता है।
गाँव के लोग चाहते हैं कि उनके गांव में जल्द से जल्द कोटा आ जाए ताकि लोगों को कम दिक्कतों का सामना करना पड़े।
पूर्ति विभाग के ए.आर.ओ अमोल सिंह चौहान ने बताया है कि उनके पास फाइल आई थी और उन्होंने संशोधन के लिए ज़िले में भेज दी है।
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कैंथौरा गांव के प्रधान राम सिंह का कहना है कि जिस महिला के नाम कोटा आवंटित हुआ है उन्हें उस परिवार से दिक्कत है, क्यूंकि वो परिवार का बैकग्राउंड अपराधियों का है, इसलिए वो चाहते हैं कि कोटे को किसी और के नाम आवंटित किया जाए।
कुलपहाड़ एसडीएम पीयूष कुमार जैस्वाल ने ऑफ कैमरा बताया कि उनके पास इस मामले को लेकर शिकायत आई है और हम संबंधित अधिकारियों को सूचना भी दे दी गई है। जल्दी ही उस गांव में एक स्थाई कोटे के व्यवस्था करवाई जाएगी।
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