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बिहार : गांव के 25 बच्चों के लिए सरकारी सुविधा की कमी

आधार कार्ड भारत सरकार द्वारा 28 जनवरी 2009 को चलाया गया पहचान पत्र है जिसमें एक व्यक्ति की व्यक्तिगत जानकारी और बायोमेट्रिक डेटा शामिल होता है। आधार कार्ड आम तौर पर 12-अंकों का एक यूनिक नंबर होता है, जिसे आधार संख्या के रूप में भी जाना जाता है। इसे उन लोगों को प्रदान किया जाता है जो भारत में निवास करते हैं और उन्हें व्यक्तिगत या वित्तीय सुविधाओं और लाभों का उपयोग करने के लिए आधार कार्ड की आवश्यकता होती है।

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बिहार के शिवहर जिले के शिवहर प्रखंड में स्थित ग्राम पंचायत कुशहर पासवान टोला, वार्ड नंबर-9 में 25 बच्चों के आधार कार्ड बनाने में समस्या आ रही है। इससे यहां के बच्चों और उनके अभिभावकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यहां के लोग कह रहे हैं कि कुछ बच्चों की उम्र पांच साल और कुछ की सात साल है, लेकिन उनका आधार कार्ड अभी तक बन नहीं पाया है।

लोगों ने बताया, इसकी वजह उन लोगों के बच्चों को सरकारी सुविधाओं जैसे राशन कार्ड और स्कूल में नाम शामिल करने में भी दिक्कत हो रही है। पिछले दो सालों से उन्होंने ब्लॉक दफ्तर के चक्कर भी लगाए हैं, लेकिन अभी तक आधार कार्ड नहीं बन पाया है। हम चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द हमारे बच्चों के आधार कार्ड बनवाए।

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