गांव के लिंगायत नेता महादेवप्पा ने कथित तौर पर दलित महिला को यह कहकर गाली दी कि वह निचली जाति की है और उसे टैंक से पानी नहीं पीना चाहिए था।
बेंगलुरु (Bengaluru) : पानी की कभी जाति नहीं थी लेकिन बना दी गयी। पानी को जाति की तरह ऊंच-नीच में बांट दिया गया जिसकी लड़ाई आज से नहीं सदियों से चली आ रही है। हाल ही में कर्नाटक के एक गांव में खुद को उच्च जाति माने जाने वाले लोगों ने पानी की टंकी को गौमूत्र से सिर्फ इसलिए शुद्ध करवाया क्योंकि एक दलित महिला ने उस पानी की टंकी से पानी पी लिया था।
आधुनिक युग में जहां सब चीज़ें धीरे-धीरे बदल रही हैं, वहां जाति का भेद ज्यों का त्यों ही बना हुआ है।
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लिंगायत लीडर पर मामला दर्ज़
कर्नाटक पुलिस द्वारा मामला दर्ज़ कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक यह घटना शुक्रवार, 18 नवंबर को हेगगोटोरा गांव (Heggatora village) की है। लिंगायत समुदाय के लीडर ( Lingayat leader) पर इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज़ की गयी है। जानकारी के अनुसार, जब दलित महिला ने टंकी से पानी पीया तो वह उन पर भड़क गए थे।
जब शनिवार, 19 नवंबर को गौमूत्र से सार्वजनिक पानी की टंकी धोने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने इस कृत्य की काफी आलोचना की।
इन धाराओं के तहत हुआ मामला दर्ज़
चामराजनगर ग्रामीण पुलिस ( Chamarajanagar district) ने अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) संशोधन अधिनियम 2015 की धारा 3 (1) (ए) के तहत यह पूरा मामला दर्ज किया है।
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जानिये क्या है पूरा मामला ?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक ग्रामीण द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक शिवम्मा (Shivamma) नाम की दलित महिला हेग्गटोरा गांव में एक शादी में शामिल होने आई थी। दोपहर के करीब 1 बजे वह पानी पीने के लिए कृष्णदेवराय मंदिर के पास एक पानी की टंकी के पास गयी।
गांव के लिंगायत नेता महादेवप्पा (Mahadevappa) ने कथित तौर पर उन्हें यह कहकर गाली दी कि वह निचली जाति की है और उन्हें टैंक से पानी नहीं पीना चाहिए था।
कार्यवाही के दिए गए आदेश
चामराजनगर जिले (Chamarajanagar district) के प्रभारी मंत्री वी सोमन्ना (V Somanna) ने कहा कि वह इस तरह के भेदभाव को बर्दाश्त नहीं करेंगे और अधिकारियों को कड़ी कार्यवाही करने का निर्देश दिया।
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मामले के बाद सभी टैंकों से दलितों को पिलाया गया पानी
जब मामले का वीडियो वायरल हुआ तो रविवार, 20 नवंबर को समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने गांव का दौरा किया। इसके साथ ही गांव के करीब 20 दलित लोगों को क्षेत्र के सभी सार्वजनिक नलों में पानी पीने के लिए ले गए। तहसीलदार आई ई बसवराजू ने भी ग्रामीणों से मामले पर चर्चा की और मामला शांत कराने की कोशिश की।
बता दें, हेगगोटोरा बदनवालु इलाके से 19 किलोमीटर दूर है जो हाल ही में काफी चर्चे में था। जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान यहां दौरा किया था व गांव के दलित क्वार्टर को लिंगायत बहुल इलाके से जोड़ने वाले रास्ते का उद्घाटन किया था।
जातिभेद बदलते युग में भी नहीं बदला क्योंकि समाज ने कभी उसकी सत्ता, उसकी लालसा को छोड़ा ही नहीं।
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