खबर लहरिया Blog आदिवासी व्यक्ति के चेहरे पर पेशाब करने का अमानवीय वीडियो वायरल, आरोपी का बीजेपी से बताया जा रहा संबंध

आदिवासी व्यक्ति के चेहरे पर पेशाब करने का अमानवीय वीडियो वायरल, आरोपी का बीजेपी से बताया जा रहा संबंध

एनडीटीवी की रिपोर्ट मुताबिक, शुक्ला को मंगलवार देर रात गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून, एससी/एसटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

                                              आरोपी भाजपा कार्यकर्ता प्रवेश शुक्ला की फोटो/ फोटो साभार – द वीक

इंसान होना नहीं पता और जाति-धर्म के नाम पर स्वयं को ऊंचा मानने वाले खुद को इंसान कहते हैं और ये कहने में उन्हें भय भी नहीं लगता। ऐसा क्यों कहा जा रहा है क्योंकि एक बार फिर जाति के नाम पर एक व्यक्ति के साथ अमानवीयता की हद पार कर देने वाली घटना को अंजाम दिया गया है।

जानकारी के अनुसार, एमपी के प्रवेश शुक्ला जिसे कथित तौर पर भाजपा का कार्यकर्ता बताया जा रहा है, उसके द्वारा एक आदिवासी व्यक्ति के चेहरे पर पेशाब करने का एक वीडियो फिल्माया गया। इस अमानवीय हरकत की सोशल मीडिया पर व्यापक तौर पर कड़ी निंदा की जा रही है। हालांकि, यह घटना कब हुई इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है। यह घटना मंगलवार, 4 जुलाई से सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड कर रही है।

व्यक्ति ‘इंसान होना भूल गया है’ या ये कहें कि उसे पता ही नहीं कि मानवीयता क्या होती है, इंसान होना क्या होता है। खुद को उच्च जाति व धर्मके कहे जाने वाले कुछ आमनवीय लोग सामने वाले व्यक्ति को इंसान की तरह भी नहीं देखते। जातीय हिंसा जो समाज, आज और अभी भी अपने माथे पर सजाये घूम रहा है, उस पर कोई उंगली उठा दे तो उसकी रूह कांप उठती है लेकिन ये कभी ये मानने को तैयार नहीं होते कि जातीय हिंसा की वजह ये ऊंच का नीच का पैमाना रखने वाले लोग ही हैं।

रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी प्रवेश शुक्ला बीजेपी विधायक केदार नाथ शुक्ला का करीबी सहयोगी है। यह दावा कांग्रेस नेता अब्बास हफ़ीज़ द्वारा किया गया। वीडियो में शुक्ला धूम्रपान करते हुए उस व्यक्ति के चेहरे पर पेशाब करते हुए पाया गया।

अभी तक यह वीडियो कई लोगों ने देखी, लेकिन हम यह वीडियो आपके साथ जानकार सांझा नहीं कर रहे क्योंकि वीडियो में वह व्यक्ति भी शामिल है जिसके साथ अमानवीय हिंसा की गई है।

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शुक्ला को किया गया गिरफ्तार

एनडीटीवी की रिपोर्ट मुताबिक, शुक्ला को मंगलवार देर रात गिरफ्तार किया गया था। उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून, एससी/एसटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

भाजपा ने संबंधों से किया इंकार

इस बीच, सत्तारूढ़ भाजपा ने आरोपी के साथ किसी भी तरह के संबंध से इंकार कर दिया जबकि जबकि मध्य प्रदेश पुलिस ने प्रवेश शुक्ला के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने सहित कड़ी कार्रवाई करने की कसम खाई।

मामले को लेकर एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा था, “मेरे संज्ञान में सीधी जिले का एक वायरल वीडियो आया है…मैंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि अपराधी को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर एनएसए भी लगाया जाए।”

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कोंग्रस ने प्रशासन पर उठाया सवाल

सीएम चौहान के ट्वीट को दोबारा रीट्वीट करते हुए कांग्रेस के अब्बास हफीज़ ने तंज कसते हुए लिखा कि, “आदरणीय शिवराज जी वीडियो के बारे में सीधी के कुछ लोगों का कहना है कि यह प्रकरण 3 महीने पहले का है लेकिन आपकी कार्यवाही तब हो रही है जब हम कांग्रेस के साथियों ने इसको उठाया।

आज तक आपका प्रशासन सो रहा था क्या?? सीधी विधायक का प्रतिनिधि है और विधायक ख़ामोश थे तो क्यों ना विधायक को निष्कासित करें।
दिखाइये सूचिता।”

आगे लिखा, “आदिवासियों के हितों की झूठी बात करने वाली भाजपा का नेता एक आदिवासी ग़रीब व्यक्ति के ऊपर इस तरह पैशाब कर रहा है।
अति निंदनीय कृत्य।

@ChouhanShivraj जी यह है आपका आदिवासी प्रेम?? इस जंगलराज को क्या कहें और भाजपा नेता की गिरफ़्तारी क्यूँ नहीं हुई ?

आरोपी का नाम प्रवेश शुक्ला बताया जा रहा है जो कि भाजपा विधायक का प्रतिनिधि है। विधायक केदार नाथ शुक्ला हैं। भाजपा के दिग्गज नेताओं के साथ आदिवासी युवा पर पेशाब करने वाले आरोपी की तस्वीरें मौजूद हैं।”

वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ गुस्सा ज़ाहिर करते हुए लिखते हैं,”प्रदेश के सीधी जिले से एक आदिवासी युवक के ऊपर पेशाब करने की क्रूरता का वीडियो सामने आया है। आदिवासी समाज के युवक के साथ ऐसी जघन्य और गिरी हुई हरकत का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है। आरोप है कि पेशाब करने वाला व्यक्ति भारतीय जनता पार्टी से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। मध्य प्रदेश पहले ही आदिवासी अत्याचार में नंबर वन है। इस घटना ने पूरे मध्यप्रदेश को शर्मसार कर दिया है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि दोषी व्यक्ति को सख्त से सख्त सजा दी जाए और मध्यप्रदेश में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार को समाप्त किया जाए।”

 

इस पूरी घटना के बीच लोग अभी भी इस बात पर लड़ रहे हैं कि यह घटना उतनी गंभीर नहीं, ब्राह्मण में भी बड़ी-बड़ी घटनाएं होती हैं, उस पर कोई क्यों नहीं बोलता, इस पर कोई क्यों नहीं बोलता इत्यादि। बस यहीं से व्यक्ति अपनी संवेदनशीलता खोना शुरू कर देता है। आज 21वीं सदी में भी खुद को उच्च कहे जाने वाले लोगों द्वारा की जाने वाली जातीय हिंसा-अमानवीयता ज्यों की त्यों है।

 

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Comments:

  1. Yudhveer Rangila says:

    सोशल मिडिया के कारण घिनोना अपराध सामने आया है। इस कूकृत्य को अंजाम देने वाले अपराधी को किसी भी सूरत में बख्श नहीं जाना चाहिए। जब से वर्तमान सरकार सत्ता पर काबिज हुई है तभी से जाति-धर्म का जहर बढ़ता ही जा रहा है जो भारत देष के लिए बहुत ही गंभीर परिणामों की और धकेल रहा है। आपे चैनल पर समाचार देखकर बहुत अच्छा लगा। आपने अपराधी का चेहरा बेनकाब किया जिस से मिडिया की बची-खुची इज्जत की लाज बची है। आपकी कलम ऐसे ही ईंसाफ के लिए चलती रहे आशा करते हैं। आदिवासी पर पेशाब करने वाले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।

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