खबर लहरिया Blog सामान्य कोरोना लक्षण हैं तो जानिए आप किस तरह कर सकते हैं घर में ही इलाज

सामान्य कोरोना लक्षण हैं तो जानिए आप किस तरह कर सकते हैं घर में ही इलाज

कोरोना के सामान्य लक्षण और उसके उपचार के तरीके।

अगर आपको कोरोना से संबंधित साधारण लक्षण महसूस हो रहे हैं। ऐसे में आप घर पर रहकर या कोविड केयर सेंटर में अपने लिए इस प्रकार से प्रबंधन कर सकते हैं। इससे पहले जानते हैं कि सामान्य मामले या लक्षण क्या होते हैं।

कोरोना के सामान्य लक्षण ( एक या अधिक)

– बुखार
– गले में खराश
– खांसी
– नाक बहना
– शरीर में दर्द होना
– सिर दर्द और थकान
– पेट में ऐंठन होना
– दस्त
– स्वाद या गंध न पहचानना

अगर आप में यह सभी लक्षण हैं तो आप कोविड की जांच ज़रूर करवाएं। इसके अलावा अगर आपको बुखार है। इसके साथ में आपके सूंघने और स्वाद की शक्ति चली गयी है।आपको सांस लेने में परेशानी हो रही है या फिर आप किसी कोरोना पॉजिटिव के सम्पर्क में आए हैं तो आप कोविड-19 से संक्रमित हो सकते हैं।

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कोरोना को फैलने से रोकने का तरीका

– हवादार और अगर हो सके तो शौचालय वाले कमरे में रहे। पंखे को हमेशा चालू रखें।
– अगर घर में अन्य कमरा नहीं है तो आप पास के कोविड केयर सेंटर में जाकर भर्ती हों।
– रोगी और देखभाल करने वाले अच्छी तरह से मुंह को ढकने वाले मास्क पहने।
– हर समय दो गज की दूरी बनाकर रखें।
– खांसते या छींकते समय हमेशा नाक और मुंह को ढक कर रखें।
– बार-बार हाथ धोते रहें या सैनिटाइज़ करते रहें।

घर पर यह दवाइयां ले सकते हैं…

पेरासिटामोल

1. पेरासिटामोल – व्यस्क लोग 500 मिली ग्राम की गोली लें। वहीं 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिये 15 मिली ग्राम की गोली दें। वो भी तब जब बुखार 100 डिग्री से अधिक हो, सिर और शरीर में दर्द हो। आप यह गोली 4 से 6 घंटे के अंतराल के बीच ले सकते हैं। व्यस्क यह गोली एक दिन में दो बार लें। तब तक लें जब तक आपमें लक्षण हैं।

डॉक्सीसाइक्लिन

2. डॉक्सीसाइक्लिन टैबलेट ( 100 मिली ग्राम) – इसे आप हर रोज़ सुबह और शाम खाने के बाद ले सकते हैं। इसे लगभग पांच दिनों तक लें। 12 साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती या धात्री महिलाओं को यह दवाई न दें।

अज़िथ्रोमाइसीन

3. अज़िथ्रोमाइसीन ( 500 मिली ग्राम) – इसे हर सुबह खाने के बाद पांच दिनों तक लें। 12 साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती या धात्री महिलाओं को यह दवाई न दें।

( आप डॉक्सीसाइक्लिन और अज़िथ्रोमाइसीन दोनों में से एक ही दवा खा सकते हैं।)

4. विटामिन सी की टैबलेट ( 500 मिली ग्राम ) – सुबह और शाम खाने से पहले 10 दिनों तक लें।

5. टैबलेट विट बी कॉम्प्लेक्स विद बी 12 – रात में खाने से पहले 10 दिनों तक लें।

6. जिंक की टैबलेट ( 50 मिली ग्राम) – सुबह खाने से पहले 10 दिनों तक लें।

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आहार और अन्य सलाह

– सामान्य आहार लें।
– ज़्यादा से ज़्यादा पानी और तरल पदार्थ लें। ( व्यस्क दिन में कम से कम तीन से चार लीटर पानी पीएं। )
– कमज़ोरी होने पर ओआरएस या नमक और चीनी पानी का घोल पी सकते हैं।
– दिन में कम से कम दो बार भांप लें।
– नमक के पानी से दिन भर में 2 से 3 बार कुल्ला या गरारे करें।

अन्य बीमारी जैसे – मधुमेह, रक्त चाप, दमा, कैंसर का इलाज पहले की ही तरह कराते रहें। अगर आपको इनमें से कोई बीमारी है तो।

अपनी तबयत की निगरानी इस तरह से करें

1. ऑक्सीजन संतृप्ति की मात्रा को 8-8 घंटों में जाँच करते रहें। मशीन को ऊँगली में लगाने के बाद 1 से 2 मिनट तक इंतज़ार करें और ऊँगली को न हिलाएं। मशीन को देखते हुए रीडिंग के अनुसार ऑक्सीजन की मात्रा लिखते रहें।

2. विश्राम अवस्था में और 6 मिनट चलने के बाद ही मात्रा को लिखें।

3. अगर विश्राम अवस्था में या 6 मिनट चलने के बाद ऑक्सीजन संतृप्ति की मात्रा 94 % से कम हो जाये या 3 % गिर जाए। ऐसे में आपको सतर्क होने जाने की ज़रुरत है। हो सकता है कि इसके बाद रोगी की स्थिति में और भी ज़्यादा गिरावट आए।

4. हर 8 घंटे में बुखार की जांच करें। खाना खाने से पहले ही पेरासिटामोल लें। ( अगर बुखार 102 से ज़्यादा है तो एहतियात बरतने की ज़रुरत है। )

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तीसरे दिन के लक्षण के लिए यह करें

– डॉक्टर की सलाह से ब्युडिसोनाइड इनहेलर लें।
– ये इन्हेलर सिर्फ 18 साल से ज़्यादा उम्र के मरीज़ ही ले सकते हैं।
– 400 मिली ग्राम वाला इन्हेलर सुबह और शाम दो बार लें।
– यह तब तक ज़ारी रखें जब तक रोगी के लक्षण खत्म न हो जाये। ( 5 से 10 दिन )

पांचवे दिन के लक्षण के लिए यह करें

अगर रोगी को पांचवे दिन भी लक्षण है तो कोविड केयर सेंटर में भर्ती हों। अगर ये लक्षण हैं तो :-
– तापमान लगातार 101 से ज़्यादा होना
– गले में खराश
– दस्त
– सांस लेने में मुश्किल होना

कब अस्पताल जाएं ?

– जब ऑक्सीजन संतृप्ति की मात्रा 94 % या उससे कम हो जाये।
– कभी भी सांस लेने में तकलीफ होने लगे।
– जब सांस की गति 24/ मिनट ( वयस्कों के लिए ) से ज़्यादा हो।
– जब तक अस्पताल जाने की प्रक्रिया हो तब तक प्रोनिंग करें।

क्या है प्रोनिंग?

– इस प्रक्रिया में पीठ के बल लेटे हुए मरीज़ को पेट के बल लेटाया जाता है।

– मेडिकल विज्ञान में यह एक प्रमाणित प्रक्रिया है। जिसको करने से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है और सांस लेने में आराम होता है।

प्रोनिंग प्रक्रिया का महत्व

– इसे करने से फेफड़ों की नालियों में ज़्यादा ऑक्सीजन पहुँचता है। जिससे सांस लेने में ज़्यादा आसानी होती है।
– यह सभी कोरोना मरीज़ों के लिए लाभकारी है। उनके लिए भी जिनकी ऑक्सीजन की मात्रा 94 % से नीचे चला गया है।
– सही समय पर और समय से प्रोनिंग की जाए तो कोरोना से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी दुष्प्रभावों को कम किया जा सकता है।

खुद से प्रोनिंग की प्रक्रिया किस प्रकार करें ?

– इसके लिए आपको 4 से 5 तकियों की ज़रुरत होगी।
– सोने के स्थिति को बार-बार बदलें।
– एक स्थिति ( पोज़िशन ) में 30 मिनट से 2 घंटे तक रह सकते हैं।
– पेट के बल लेटे हुए पोज़िशन की शुरुआत करें।

* पेट के बल लेटें (30 मिनट से 2 घंटे)
* दायीं करवट में लेटें (30 मिनट से 2 घंटे)
* पीठ के बल लेटें (30 मिनट से 2 घंटे)
* बायीं करवट में लेटें (30 मिनट से 2 घंटे)
* वापस पेट के बल लेटें (30 मिनट से 2 घंटे)

प्रोनिंग करते समय सावधानियां

– खाने के कम से कम एक घंटे बाद ही प्रोनिंग करें।
– एक पोज़िशन में उतनी ही देर लेटें। जितना आप बर्दास्त कर सकतें हैं।
– एक दिन में 16 घंटे तक अलग-अलग पोज़िशन में प्रोनिंग कर सकते हैं।
– आराम और दबाव के हिसाब से तकिये के स्थान को इधर-उधर कर सकते हैं।
– हड्डियों के पास वाली जगह पर रखने से अगर इस प्रक्रिया के दौरान कोई चोट आती है तो उसका ख्याल रखें।
– जो मरीज़ बेहोश हों या जिनको चक्कर/ दौरें आ रहें हों या जिनकी रीढ़ की हड्डी में चोट हो। उनसे प्रोनिंग न करवाएं।

होम आइसोलेशन में प्रदान की जाने वाली मेडिकल किट

होम आइसोलेशन यानी जिन्हें घर में ही अकेले किया गया है। व्यस्क लोगों के लिए ( गर्भवती या धात्री महिलाओं और 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए नहीं )

1. टैबलेट पेरासिटामोल ( 500 मिली ग्राम ) – 20 गोलियां
2. टैबलेट डॉक्सीसाइक्लिन ( 100 मिली ग्राम ) – 10 गोलियां
3. टैबलेट / कैपसूल विटामिन बी – काम्प्लेक्स ( बी 12 सहित ) – 10 गोलियां
4. टैबलेट विटामिन सी ( 500 मिली ग्राम ) – 20 गोलियां
5. टैबलेट जिंक (50 मिली ग्राम) – 10 गोलियां

व्यस्क लोगों के लिए ( गर्भवती या धात्री महिलाओं और 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए )

1. टैबलेट पेरासिटामोल ( 500 मिली ग्राम ) – 20 गोलियां
2. टैबलेट डॉक्सीसाइक्लिन ( 500 मिली ग्राम ) – 05 गोलियां
3. टैबलेट / कैपसूल विटामिन बी – काम्प्लेक्स ( बी 12 सहित ) – 10 गोलियां
4. टैबलेट विटामिन सी ( 500 मिली ग्राम ) – 20 गोलियां
5. टैबलेट जिंक (50 मिली ग्राम) – 10 गोलियां

आप कोविड से जुड़ी जानकारी के लिए संजीवन एप भी डाउनलोड कर सकते हैं। साथ ही कोविड से जुड़ी पूछताछ के लिए 24 घंटे टॉल फ्री नंबर 1070 पर भी कॉल कर सकते हैं।

स्त्रोत – राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार

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