खबर लहरिया आवास चित्रकूट-हर साल बाढ़ के पानी से ध्वस्त हो जाता है लोगों का मकान

चित्रकूट-हर साल बाढ़ के पानी से ध्वस्त हो जाता है लोगों का मकान

जिला चित्रकूट ब्लाक मऊ गांव मबई कला और बरवार इन गांवन मे कभी जमुना जी बाढ या बारिस से कच्चे घर गिर जाते है हर साल गिरते हर साल मिट्टी के घर बनाते है यहा के लोगो का कहना है की पिछले वर्ष बाढ मे घर गिर गया अभी सरकारी आवास न योजना नही मिला इस समय पन्नी के झोपडी बना के पूरा परिवार रहती है हर दिन बारिस होती है झोपडी चूने लगती है |

इस साल भी डर बना है कही बाढ न आ जाये जो खाने पीने सीधा पीसान ढूड न जाये जब पिछले साल बाढ आयी थी सिर्फ 3000 हजार रूपिया मिला था क्या इतना मे कच्चा घर भी नही बनता यदि हम लोगो को आवास मिला होता तो इस तरह स्थिती न होती बरवार गांव मे इस साल बरसात से कच्चे घर गिर गये लोगो को रहने के लिए नही है |

अभी तक कुछ नही हुआ यदि हम लोग प्रधान से बोलते है तो कहते मिल जायेगी पर अभी तक कुछ नही हुआ मबई कला मे पिछले साल 35 लोगो घर बाढ मे गिरे पर इस मे किसी को सरकारी आवास नही मिला मऊ क्षेत्र मे कई गांव बाढ चपेट मे होते है इस साल भी डर बना हुआ है हम लोग मजदूरी करते है खाने के लिए पूज नही पाता कहा से घर बनवाये कभी कभी इस महामरी बीमारी के कारण काम नही लगता तो घर मे खाने के लिए नही होता है इस तरह स्थिति होती है|

सरकार के तरफ से अभी तक कुछ लाभ नही मिला गांव मबई कला के प्रधान रामनरेश का कहना है की पिछले वर्ष बाढ मे जिन लोगो के घर गिरे है उन लोगो तीन तीन हजार रूपिया मिला है आवास के सूची नाम चढवा दिया गया जब आवास वाली साइड खुले तो मिल जायेगा सचिव अनुराग पाण्डे का कहना है की जिन लोगोके बाढ मे घर गिरे है उनका आवास सूची मे नाम डलवा दिया गया जो बरवार मे इस साल घर गिरे वे सर्वे हो गया बाढ आने से पहिले लोगो को बोला गया ऊचाई पे घर बनाये आवास वाली साइड खुले गी तो लोगो को आवास मिलेगा |