खबर लहरिया Blog महुआ (Mahua) से बनने वाले व्यंजन

महुआ (Mahua) से बनने वाले व्यंजन

महुआ से कई प्रकार के व्यंजन बनते हैं जो बेहतर स्वास्थ्य रखने के साथ-साथ खाने में भी स्वादिष्ट होते हैं।

                                                                                                                           महुए की फोटो

Mahua: पेड़ों से महुआ गिरना शुरू हो गए हैं। इनका रंग हल्का हरा व पीला है। पीले रंग के पके हुए महुअ खाने में बेहद ही स्वादिष्ट होते हैं और लोकल में इनसे कई प्रकार की चीज़े भी खाने के लिए बनाई जाती हैं। लोग तो महुए को सुखाकर पूरे साल तक भी इसका इस्तेमाल करते हैं।

यूपी का प्रयागराज जिला एक आदिवासी बहुल क्षेत्र है। यहां के लोग अपना जीवन जंगल से मिलने वाली जड़ी-बूटी, फल-फूल पर यापन करते हैं। आदिवासी महिला कल्ली कहती हैं, मार्च के महीने से ही पेड़ों पर महुआ दिखने लगते हैं। वह ताज़ा हरा-हरा महुआ बीन कर लाती हैं और उनसे तरह-तरह के पकवान बनाती हैं और परिवार के साथ मिलकर खाती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको महुआ से बनने वाले अलग-अलग व्यंजनों के बारे में बताएंगे।

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– लप्सी

लप्सी बनाने के लिए पहले महुए को अच्छे से धोया जाता है और फिर उसे पीसकर साफ़ कपड़े में रख उसे छानकर उससे रस निकाला जाता है। इतना करने के बाद कढ़ाई में तेल या घी डाला जाता है और उसमें फिर रस डालकर उसे अच्छी तरह से पकाया जाता है। इसके बाद रस में थोड़ा-सा आटा मिलाया जाता है। उबाल आने पर वह बनकर तैयार है और फिर आप इस लप्सी को गर्मा गर्म खा सकते हैं।

– कतरा

कतरा बनाने के लिए सबसे पहले आपको थाली लेना होगा और उसमें तेल या घी डालना होगा। जो आपने लप्सी पहले बनाई थी, उसे बस आप थाली पर फैला दे और जब वह ठंडा हो जाए तो उसे चाकू से काट लें। इस तरह महुए का कतरा बनकर तैयार है।

– डोभरी‌

डोभरी‌ बनाने के लिए महुए को धोकर मिट्टी के मटके में थोड़ा-सा पानी डालकर पूरे दिन धीमी आंच में पकाएं, जब तक वह काला न हो जाए। सूखा और हरा महुआ, दोनों से डोभरी बनाया जा सकता है। पूरे दिन पकने के बाद यह अगले दिन बनकर तैयार हो जाता है। इसे आप रोटी से, सत्तू से, दूध व दही के साथ भी खा सकते हैं।

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– फरा ( बूंदी की तरह)

फरा बनाने के लिए आपको लप्सी बनाने का तरीका अपनाना होगा। बस जब कढ़ाई में लप्सी में उबाल आये तो उसे छननी से छानिए जिससे वह नीचे बूंदी के आकर में गिरना शुरू कर देंगे। इस तरह से महुए की लप्सी दानेदार दिखाई देगी और महुए का फरा बनकर तैयार हो जाएगा।

– लाटा

लाटा बनाने के लिए मिट्टी के बर्तन में महुआ (सूखा महुआ) और तिल को भूना जाता है और ओखली (मूसर) में कूट लिया जाता है। यह देखने में चूरन की तरह नज़र आता है व काफी समय तक खराब नहीं होता। सफर में लोग इसे रोटी आदि चीज़ों के साथ खाने के लिए साथ रखते हैं।

तो यह थी महुए से बनने वाली कुछ डिशें जिसे आप अपने घरों में भी बना सकते हैं और इसका स्वाद चख सकते हैं।

 

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