जिला चित्रकूट के संयुक्त जिला चिकित्सालय की एक घटना सामने आयी है जिसमें 9 महीने की बच्ची की एक्स्पाइरी डेट के इंजेक्शन लगने से जान चली गयी। मृत बच्ची के परिजन का आरोप है कि यह घटना डॉक्टरों की लापरवाही के चलते हुई है।
मृत बच्ची के पिता के मुताबिक उनकी बच्ची को खांसी-ज़ुखाम था जिसका इलाज वो 11 तारीख से करवा रहे थे , बच्ची कुछ समय के लिए अस्पताल में भर्ती भी थी। फिर उसे शाम को उसके परिजन घर लेकर चले गए थे।
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12 दिसम्बर की सुबह 6:35 के आस- पास वह उसे इंजेक्शन लगवाने अस्पताल लेके आये थे जिसमें उन्होंने अपनी नन्ही सी बेटी को खो दिया। मृत बच्ची के परिवार वाले गाँव जमुनिया के रहने वाले हैं , वह यहाँ किसी काम से 1 हफ्ते पहले आये थे।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सुधीर शर्मा ने प्रेस को बताया कि इस घटना के लिए चिकित्सालय के 2 स्टाफ, 1 नर्स और 1 इमरजेंसी डॉक्टर को तुरंत ही ससपेंड किया गया है और मृत बच्ची को पोस्टमोर्टम के लिए भेजा गया हैं। ऐसी घटना दोबारा न हो इसके लिए सीएमओ ने ज़िम्मेदारी लेते हुए कहा है कि वह अपने अस्पताल और जिला के बाकी अस्पताल के स्टोर की जांच करवाएंगे और इस घटना की भी पूरी कार्यवाही वही करवाएंगे।