कॉमेडी सिनेमा क्या है?
चांदनी महोबिया कॉमेडी सिनेमा में जाना चाहती हैं। कॉमेडी सिनेमा को अगर सरल भाषा में समझा जाए तो वह फ़िल्में जिन्हें देखकर लोग हंसी से लोट-पोट हो जाए। इन फिल्मों में ऐसे दृश्य और डायलॉग होते हैं जो आपको हँसने पर मज़बूर कर देते हैं। कॉमेडी सिनेमा देखा जाए तो बहुत कठिन है क्यूंकि किसी को हँसाना कभी भी आसान नहीं होता।
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कॉमेडी सिनेमा में है जाने का सपना
मध्यप्रदेश, छतरपुर की रहने वाली चांदनी महोबिया ने अपने सपने को पूरा किया और आज अपने नृत्य और अभिनय से अपने क्षेत्र का नाम रौशन कर रहीं हैं। डांस का शौक तो इन्हें बचपन से ही था।स्कूल में भी ये कई डांस प्रोग्राम में शामिल होती थी, लेकिन इन्होंने यह काम शौकिया तौर पर शुरू नहीं किया था। घर की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण उन्होंने 17 साल की उम्र से ही नृत्य सीखना शुरू कर दिया।
चांदनी पांच भाई-बहन हैं और घर का खर्चा ज़्यादा होने के कारण इन्होंने केवल 10वीं तक पढ़ाई की। उसके बाद घर में मदद करने के लिए उन्होंने काम करना शुरू कर दिया।
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शुरू-शुरू में घरवालों ने यह काम करने से चांदनी को मना किया लेकिन जब घर की आर्थिक स्थिति और उनके केंद्र के लोगो ने जब चांदनी की सरहाना की तो घरवाले भी रोशनी का सहयोग करने लगे। आस-पड़ोस के लोग तो आज भी चांदनी के घरवालों को उसे काम करने के लिए मना करने के लिए कहते हैं लेकिन इन सब चीज़ों से चांदनी को कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता, वह अपने काम में अपनी मेहनत से आगे बढ़ रहीं हैं।
अब चांदनी को काफ़ी सारे गानों के ऑफर्स आते हैं। उन्होंने कॉमेडी सिनेमा में भी अभिनय किया है। वह ज़्यादातर हरयाणवी और पंजाबी गाने करती हैं।
आगे जाकर चांदनी काफ़ी बड़े स्तर पर अपनी कला को निखारना चाहती हैं। वह कॉमेडी इंडस्ट्री में भी खूब नाम कामना चाहती हैं। इनकी यह भी ख्वाहिश हैं कि बुंदेलखंड के जितने भी कलाकार हैं वह अपने शहर का नाम रौशन करें और खूब आगे बढ़ें।
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