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जब बरसे सावन, झूम उठे मेरा मन………

सावन का महीना आते ही हर किसी का मन उमंग और जोश से भर जाता है। हर जगह हरियाली ही हरियाली और झमाझम बारिश का नजारा देखने को मिलता है जो मन को बहुत ही सुकून देने वाला होता है। सबसे ख़ास बात तो यह है कि इस महीने में खासतौर पर महिलाओं और लड़कियों का पहनावा बहुत ही अच्छा लगता है क्योंकि जिस तरह पेड़ पौधों से लेकर खेतों में हरियाली देखने को मिलती है, उसी तरह महिलाएं भी हरे रंग में रंग रग जाती हैं।सावन

सावन का नाम सुनते ही मन हिलोरे लेने लगता है, यह महीना खुशहाली लेकर आता है| सावन का हरा रंग हमें खुशहाली देता है। इसलिए महिलाएँ हरी चूड़ी, हरी साड़ी पहनती हैं और मेहंदी भी लगाती हैं। इसकी एक कहावत भी है कि सावन आया झूम झूम कर। हर जगह हरियाली के साथ झूले घरों में गुट्टे खेलने का नजारा भी बहुत सुंदर होता है। तो आइए इस सावन में हम ऐसे ही पर्यावरण से लेकर महिलाओं के सजावट और खेल के सामान का नजारा तस्वीरों के जरिए दिखाते हैं।सावन

सावन का यह महीना बहुत ही सुहाना होता है जिसकी धूप छांव का खेल भी बहुत अच्छा लगता है। कहीं धूप तो कहीं छांव, कहीं बारिश तो कहीं धूप इस तरह का नजारा भी बादलों में बहुत अच्छा देखने को मिलता है। पर्यावरण एकदम स्वच्छ नजर आता है और पूरे महीने खुशियां ही खुशियां और त्योहारों से भरा होता है इसीलिए तो पूरे साल खासकर महिलाएं और लड़कियां इस महीने का इंतजार करती हैं, क्योंकि यही एक ऐसा महीना है जहां पर सखी सहेली और बहने भी एक साथ मिल पाती हैं।

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यह पूरा महीना हरियाली के साथ-साथ गाने बजाने से भी गुलजार रहता है। लेकिन सावन की हरियाली तभी बच पाएगी जब हम पेड़ पौधे लगाएंगे, तभी तो हम अपने आने वाली पीढ़ी को भी इस खूबसूरत सावन के महीने के द्रश्य दिखा पाएँगे। तो चलिए इस सावन के सुंदर महीने में हम अपने पर्यावरण की देशभाल और इसका संरक्षण करने की ज़िम्मेदारी अपने हांथ में लेते हैं, और प्रक्रति को बचाने की हर कोशिश करते हैं।

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