बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के 5 दिनों बाद बारिश की वजह से सड़कों में दरार आ गयी और पुल टूट गए। सपा अध्यक्ष ने पूछा, एक्सप्रेसवे बनाने वालों पर बुलडोजर कब चलेगा।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लोकार्पण के कुछ दिनों बाद ही एक्सप्रेसवे में गड्ढे दिखने लगे। असल में पिछले महीने 16 जुलाई को पीएम मोदी द्वारा 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया गया था। इसके ठीक 5 दिन बाद बारिश हुई जिसमें एक्सप्रेसवे की सड़कें बीच से बीच से कई जगह धस गयीं। करोड़ों का एक्सप्रेवे प्रोजेक्ट पानी में धुल गया।
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इसके बाद बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की क्वालिटी पर सवाल उठने लगे। वहीं सरकार ने सफाई देते हुए कहा कि क्वालिटी के साथ कोई समझौता नहीं हुआ है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कहा था कि एक्सप्रेसवे डिजाइन और मजबूती में मील का पत्थर साबित होगा। कई जगह से एक्सप्रेसवे धसने के बाद यह सब बातें अब सिर्फ सरकार के लिए सवाल के रूप खड़ी हैं।
अखिलेश यादव ने एक्सप्रेसवे का किया मुआयना
सपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार, 26 जुलाई को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे देखने पहुंचे। लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, अखिलेश एक जगह रुक कर बात करने लगे। बातचीत में उन्होंने पूछ लिया कि अगर सूसू लग जाए तो कोई कहां जाएगा। अखिलेश ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे पर किसी सुविधा का निर्माण नहीं हुआ है। मार्किंग तक नहीं हुई है। अभी से मिट्टी धस रही है। अभी तो ठीक से बारिश भी नहीं हुई है। बारिश होगी तब क्या होगा।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को भाजपा सरकार से पूछा कि “एक्सप्रेसवे बनाने वालों पर बुलडोजर कब चलेगा”।
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भाजपा जनता का जीवन ख़तरे में न डाले – सपा अध्यक्ष
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा, “बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का पहले उद्घाटन हुआ और अब उसके तथाकथित रूप से पूर्ण होने का रहस्योद्घाटन हो रहा है। यही है भाजपाई काम, हर काम का काम-तमाम! भाजपा सरकार से आग्रह है कि जनता का जीवन ख़तरे में न डाले।”
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का पहले उद्घाटन हुआ और अब उसके तथाकथित रूप से पूर्ण होने का रहस्योद्घाटन हो रहा है।
यही है भाजपाई काम, हर काम का काम-तमाम!
भाजपा सरकार से आग्रह है कि जनता का जीवन ख़तरे में न डाले। pic.twitter.com/SIqP8vN8kK
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 25, 2022
एक्सप्रेसवे में काम करने वालों ने दरारों का किया खुलासा
यूपी एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल स्पोकेसपर्सन के प्रवक्ता दुर्गेश उपाध्याय ने बताया कि जालौन जिले के चिरिया सलेमपुर में बुधवार रात हुई बारिश की वजह से सड़क के हिस्से में डेढ़ फुट गहरे गड्ढे हो गए। उन्होंने आगे कहा कि गड्ढों की तुरंत मरम्मत करवाई गयी और सड़क को यातायात के लिए खोल दिया गया।
द टेलीग्राफ की प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, रविवार 24 जुलाई को राज्य के पीडब्ल्यूडी इंजीनियर ने कहा कि चित्रकूट जिले में एक्सप्रेसवे के 79 किलोमीटर के हिस्से में 20 दरारें आई हैं।
कई जगह टूटे पुल – निवासी
मयंक कुमार, जो बाँदा जिले के रहने वाले हैं उन्होंने कहा कि उन्हें काम के लिए अक्सर एक्सप्रेसवे पर जाना पड़ता है। आगे कहा, “रविवार की सुबह एक्सप्रेसवे का गांव मवई में एक छोटा पुल टूट गया। (चित्रकूट) जिले में एक्सप्रेस-वे पर दो और पुल शनिवार को ढह गए थे।”
आगे बताया कि एक्सप्रेसवे के किनारों पर मिट्टी के कटाव की वजह से कुछ जगहों पर सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।
स्थानीय लोगों ने यह भी कहा कि पिछले हफ़्ते के मुकाबले बारिश बहुत कम हुई थी।
16 जुलाई को 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने जालौन में कहा था कि यह “युवाओं के लिए नए रास्ते खोलेगा और क्षेत्र को तेज़ी से विकास के पथ पर ले जाएगा”। पर इस विकास के रास्ते में तो पहले ही दरार आ गयी। जब वर्तमान की सड़क ही थोड़ी-सी बारिश से टूट गयी तो फिर उबड़-खाबड़ रास्ते से विकास किस तरह से रफ़्तार पकड़ेगा?
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