बिहार के शिवहर, जिला प्रखण्ड- तरियानी के गाँव बैद्यनाथपुर में तीस बच्चे ऐसे हैं जो आंगनबाड़ी केंद्र के लाभ से वंचित हैं। गाँव में मौजूद लगभग 15 महिलाओं का कहना है कि इन लोगों को आंगनबाड़ी केंद्र से किसी प्रकार का कोई लाभ नहीं मिल रहा है जबकि इन सभी के पास 3-4 बच्चे हैं। महिलाओं ने बताया कि गाँव की कई गर्भवती, धात्री महिलाओं और बच्चों को भी पोष्टिक आहार दिया जाता है, लेकिन उन्हें नहीं मिलता। जब ग्रामीण बच्चों के नाम लिखने के लिए बोलते हैं तो ये बोल दिया जाता है कि ज़्यादा महिलाओं को नहीं लिया जाएगा।
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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा कुमारी बताती हैं उन्हें अपने केंद्र पर 20 ही बच्चों को रखना है। विभाग यानी परियोजना से बीस बच्चे, सात गर्भवती,सात धात्री महिलाएं और एक कुपोषित बच्चे के ही पैसे आते हैं।
परियोजना के सुपरवाइजर श्वेता कुमारी बताती हैं कि कोविड-19 के कारण बच्चों की संख्या कम कर दी गई है।
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