मजबूरी में पैसे देकर के यूनिट जुड़वाना पड़ता है साहब :जहां एक तरफ कोरोना वायरस महामारी के चलते हुए लॉक डाउन के कारण लोगों की दैनिए स्थिति को देखते हुए सरकार ने राशन कार्ड धारकों को और गरीब लोगो़ को भुंख से बचाने के लिए फ्री राशन दे रही है वहीं दुसरी तरफ बांदा जिले के ब्लाक महुआ,गांव मोतियारी| यहाँ के लोगों का आरोप है की राशन कार्ड के यूनिट जुड़वाने में विभाग के कर्मचारियों द्वारा पैसे की मांग की जा रही है पैसे ना देने पर उनके काम नहीं होते हैं और उन्हें आज कल कह कर टाल दिया जाता है| इस लिए उनको काफी दिक्कतें होती हैं और मजबूरी में पैसे देकर के यूनिट जुड़वाना पड़ता है| लोगों का कहना है कि उनके राशन कार्ड बने हुए हैं लेकिन अगर पांच यूनिट है तो कहीं तीन मिलता है तो कहीं चार मिलता है और एक यूनिट कटा होता है, तो जब यूनिट जुड़वाने के लिए वह तहसील स्तर कार्यालय जाते हैं तो वहां बैठे कर्मचारी जो कंप्यूटर में यूनिट जोड़ने का काम करते हैं वह उनसे पैसे मांगते हैं किसी से 10 किसी से 20 किसी से 50 और 100 तक की मांग करते हैं तब जाकर यूनिट जोड़ते हैं और उनके सामने यह समस्या खड़ी होती है कि जो यूनिट कटे हैं वह अगर नहीं जुड़ते तो उनको कोटेदार द्वारा उन यूनिटों का गला नहीं मिलता इससे उनको काफी नुकसान होता है इस लिए वह मजबूरी में पैसे देकर के यूनिट जुड़वाते हैं ताकि गला मिलने लगे|