डिजिटल युग में सरकारी योजनाओं और कृषि सेवाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है, लेकिन यह बदलाव किसानों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। जटिल प्रक्रियाएं, तकनीकी समस्याएं और इंटरनेट की सीमित उपलब्धता के कारण किसान आवेदन और लाभ प्राप्त करने में असमर्थ महसूस कर रहे हैं।
बार-बार साइट ठप होने, सर्वर एरर और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड न होने जैसी समस्याओं से उनका कीमती समय और पैसा दोनों ही बर्बाद हो रहे हैं। साइबर कैफे और बिचौलियों की मदद लेनी पड़ती है, जिससे अतिरिक्त खर्च बढ़ जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता की कमी इस समस्या को और गहरा कर रही है।
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